KNEWS DESK- मध्य प्रदेश के सागर जिले के 3 साल 7 महीने 20 दिन के सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा ने वह उपलब्धि हासिल की, जिसका सपना बड़े-बड़े खिलाड़ी देखते हैं। सर्वज्ञ हाल ही में दुनिया के सबसे कम उम्र के FIDE रेटेड चेस प्लेयर बने और उनकी रैपिड रेटिंग 1572 दर्ज हुई। उन्होंने कोलकाता के अनीष सरकार का रिकॉर्ड तोड़कर यह कारनामा किया लेकिन इस बड़ी सफलता के सिर्फ कुछ दिनों बाद ही सर्वज्ञ के ऊपर विवादों के बादल मंडराने लगे हैं।
सर्वज्ञ की आधिकारिक रेटिंग को लेकर FIDE में शिकायत दर्ज कराई गई है। आरोप है कि रेटिंग हासिल कराने के लिए उनके कोचों ने फेयर-प्ले नियमों का उल्लंघन किया और अनुचित तरीकों का सहारा लिया। यह शिकायत तब सामने आई जब सर्वज्ञ सिंह की उपलब्धि का जश्न देशभर में मनाया जा रहा था।
चेस समुदाय में सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि सर्वज्ञ ने हाल ही में खंडवा, इंदौर, छिंदवाड़ा और मंगलुरु में खेले गए टूर्नामेंट्स में कई रेटेड खिलाड़ियों को हराया था—
अभिजीत अवस्थी (1542 रेटिंग)
शुभम चौरसिया (1559 रेटिंग)
योगेश नामदेव (1696 रेटिंग)
लेकिन शिकायत में दावा किया गया है कि ये तीनों खिलाड़ी उसी चेस अकादमी के कोच हैं, जहां सर्वज्ञ ट्रेनिंग लेते हैं।
सर्वज्ञ के पिता सिद्धार्थ सिंह कुशवाहा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह स्थानीय चेस संघ की गुटबाजी का नतीजा है। उनका कहना है कि सागर में चेस फेडरेशन दो हिस्सों में बंटा हुआ है और एक गुट जानबूझकर उनके बेटे की प्रतिष्ठा खराब करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि हारे हुए खिलाड़ी सागर के हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोई मिलीभगत हुई। “मेरे बेटे की मेहनत को राजनीतिक कारणों से बदनाम किया जा रहा है।
हालांकि शिकायत की चर्चा जोर पकड़ चुकी है, लेकिन FIDE ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उनकी नीति के अनुसार वे इस तरह की शिकायतों पर सार्वजनिक बयान नहीं देते। इसलिए यह अभी स्पष्ट नहीं है कि आधिकारिक जांच होगी या नहीं।