टोक्यो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम के ड्रैग-फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह और गुरजीत कौर को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने (FIH) साल 2020-21 का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया है। FIH के इस साल के घोषित आठों कैटेगरी के अवॉर्ड भारत के खाते में गए हैं।
इसके अलावा पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश और महिला टीम की गोलकीपर सविता पूनिया को साल के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब दिया गया है। पुरुष टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड और महिला टीम के उनके समकक्ष शोर्ड मारिन को साल का सर्वश्रेष्ठ कोच घोषित किया गया है। वहीं उभरते खिलाड़ी के दोनों अवॉर्ड भी भारतीय खिलाड़ियों शर्मिला देवी और विवेक प्रसाद को दिया गया है।
हरमनप्रीत ने टोक्यो ओलिंपिक में 6 गोल किए थे
हरमनप्रीत ने टोक्यो ओलिंपिक के आठ मैचों में ड्रैग-फ्लिक से 6 गोल किए थे, जिससे भारतीय पुरुष टीम 41 साल बाद ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रही। इस अवॉर्ड के लिए पुरुषों के वर्ग में हरमनप्रीत के अलावा ओलिंपिक गोल्ड मेडल विजेता बेल्जियम के ऑर्थर वैन डोरेन और अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स तथा सिल्वर मेडल विजेता ऑस्ट्रेलिया के जेक वेटन, अरन जालेव्स्की और टिम ब्रांड को भी नॉमिनेट किया गया था। अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स दूसरे और वैन डोरेन तीसरे स्थान पर रहे।
महिला टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में गुरजीत का अहम योगदान रहा था
टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे स्थान पर रही थी। ब्रॉन्ज मेडल के लिए ब्रिटेन के साथ हुए मैच में गुरजीत कौर ने 2 गोल किए थे। इस मैच में भारतीय टीम 0-1 से पीछे चल रही थी, गुरजीत ने लगातार दो गोल कर इस मैच में भारत को 1-2 से आगे कर दिया था। एक समय भारतीय टीम 3-2 से आगे थी, लेकिन इंग्लैंड ने वापसी करते हुए इस मैच को 4-3 से जीत लिया था। वहीं गुरजीत ने क्वार्टर फाइनल में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गोल कर टीम को 1-0 से जीत दिलाई थी