स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत मंगल पांडे की जयंती आज

KNEWS DESK, स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत मंगल पांडे की आज जन्मतिथि मनाई जाती हैं। आजादी के लिए क्रांति करने वाले इस महान पुरुष को दुनिया आज भी याद करती है। इन्होंने देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

कारतूस में सुअर की चर्बी! रायफल का वो किस्सा जो मंगल पांडे के विद्रोह की वजह बना | Mangal Pandey attacked on British officers on 29 March 1857 and rifle cartridges greased

देश के लिए शहीद स्वतत्रंता सेनानी मंगल पांडे की आज 197वीं जयंती हैं। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गांव मेें 19 जुलाई 1827 हुआ था। उनका परिवार एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे थे। वहीं जब वे मात्र 22 वर्ष के थे तो उनका चयन ईस्ट इंडिया कंपनी में हो गया था। वह बंगाल नेटिव इंफेंट्री की 34 बटालियन में शामिल हुए थे। इस बटालियन में अधिक संख्या ब्राह्मणों की थी। इस कारण उनका चयन बटालियन में किया गया। इसके अलावा मंगल पांडे ने अपनी ही बटालियन के खिलाफ बगावत कर डाली थी। मामला यह था कि मंगल पांडे ने चर्बी वाले कारतूस को मुंह से खोलने से मना कर दिया था। इल कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और 8 अप्रैल 1857 को उन्हें फांसी दे दी गई थी। इसी बगावत ने उन्हें मशहूर कर दिया। इसी वजह से उन्हें स्वतत्रंता सेना कहा गया। मंगल पांडे के बगावती तेवर ने 1857 की क्रांति को जन्म दिया, जिसने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया।

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