KNEWS DESK, दिल्ली सरकार ने अपनी टैलेंट कोचिंग स्कीम के तहत लड़कियों के लिए NEET और JEE की मुफ्त कोचिंग में 100 अतिरिक्त सीटें घोषित की हैं। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों को एक समान अवसर प्रदान करना है, ताकि वे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में प्रवेश पा सकें।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने छात्रों से की मुलाकात
इस अवसर पर, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने छात्रों से मुलाकात की और उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि यह योजना उन छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है जो आर्थिक दृष्टि से कमजोर होते हैं लेकिन उनके पास कड़ी मेहनत और जुनून की कोई कमी नहीं है। मंत्री आतिशी ने कहा, “हमारे सीएम अरविन्द केजरीवाल खुद एक आईआईटीयन हैं और वे जानते हैं कि जब उन्होंने आईआईटी की पढ़ाई शुरू की थी, तब कोचिंग क्लास नहीं होती थीं। वे अपनी पढ़ाई घर में ही किताबों से करते थे।” वहीं आतिशी ने यह भी बताया कि सीएम अरविन्द केजरीवाल का मानना है कि वर्तमान समय में महंगी कोचिंग के दौर में कई अभिभावक ऐसी कोचिंग अफोर्ड नहीं कर पाते। इसके बावजूद, प्रतियोगिता इतनी अधिक है कि बच्चों के लिए आईआईटी, NEET जैसे एग्जाम क्लियर करना मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने टैलेंट कोचिंग स्कीम की शुरुआत की, जो आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च गुणवत्ता की कोचिंग प्रदान करती है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को सही दिशा में इस्तेमाल कर सकें।
बता दें कि शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इस स्कीम का उद्देश्य है कि हर बच्चा, चाहे वह किसी भी आर्थिक पृष्ठभूमि से हो, उसे देश के शीर्ष इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में पढ़ने का अवसर मिले। “मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की इस विजन को पूरा करने के लिए ‘Chief Minister Super Talented Children Coaching Scheme’ की शुरुआत की गई है।” वहीं इस नई पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली के कई मेधावी छात्र, जो आर्थिक बाधाओं के कारण उच्च गुणवत्ता की कोचिंग नहीं ले पा रहे थे, अब अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम होंगे। इस योजना के माध्यम से, दिल्ली सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन उसे सही दिशा और अवसर मिलना आवश्यक है।