KNEWS DESK – हिंदू धर्म में पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है। यह व्रत संतान सुख की प्राप्ति और संतान की सफलता के लिए किया जाता है। सावन के महीने में मनाई जाने वाली पुत्रदा एकादशी इस साल 16 अगस्त को है, जो शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और दान का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं इस पावन अवसर पर क्या दान करना शुभ रहेगा और किस तरह से आप इस दिन को खास बना सकते हैं।
पुत्रदा एकादशी का महत्व और तिथि
पुत्रदा एकादशी साल में दो बार होती है: एक बार सावन माह में और दूसरी बार पौष माह में। इस साल सावन पुत्रदा एकादशी की तिथि 15 अगस्त को सुबह 10:26 बजे से शुरू होगी और 16 अगस्त को सुबह 09:39 बजे तक चलेगी। उदय तिथि के अनुसार 16 अगस्त को व्रत किया जाएगा।
दान के लाभ
अन्न का दान: पुत्रदा एकादशी के दिन अन्न का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दान व्यक्ति के जीवन की समस्याओं को दूर करता है और सुख-सौभाग्य में वृद्धि करता है। इस दिन अन्न का दान करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
हल्दी का दान: हल्दी को पवित्र और शुभ माना जाता है। सावन पुत्रदा एकादशी के दिन हल्दी का दान करने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति की समृद्धि में वृद्धि होती है। हल्दी का दान विशेष रूप से शुभ माना जाता है और यह संतान सुख प्राप्त करने में सहायक होता है।
तुलसी के पौधे का दान: तुलसी को धार्मिक रूप से बहुत पवित्र माना जाता है। इस दिन तुलसी के पौधे का दान करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। तुलसी का दान परिवार में सुख-समृद्धि लाता है और संकटों से बचाव करता है।
वस्त्र का दान: पुत्रदा एकादशी के दिन वस्त्र का दान करना भी महत्वपूर्ण है। वस्त्र दान से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं और दरिद्रता समाप्त होती है। यह दान करने से सामाजिक सम्मान में वृद्धि होती है और जीवन में खुशहाली आती है।
पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत और पूजा
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत के साथ-साथ दान भी किया जाता है। व्रत करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान के स्वास्थ्य और सुखी जीवन की कामना की जाती है। पूजा में विशेष रूप से विष्णु भगवान को पुष्प अर्पित किए जाते हैं और संतान सुख के लिए प्रार्थना की जाती है। इस दिन व्रति व्यक्ति सभी पापों से मुक्त होता है और मोक्ष की प्राप्ति की दिशा में एक कदम और बढ़ता है।