रक्षाबंधन 2025: भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पावन उत्सव आज, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त…

KNEWS DESK- आज पूरे देश में रक्षाबंधन का पावन पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम, सुरक्षा, स्नेह और विश्वास का प्रतीक है। श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और सुरक्षा की कामना करती हैं, जबकि भाई जीवनभर बहन की रक्षा का संकल्प लेते हैं।

रक्षाबंधन के दिन भद्राकाल का विशेष ध्यान रखा जाता है क्योंकि इस समय शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। लेकिन इस वर्ष का रक्षाबंधन और भी विशेष बन गया है क्योंकि पंचांग के अनुसार, आज भद्राकाल और पंचक दोनों का प्रभाव नहीं रहेगा। इस कारण से राखी बांधने के लिए पूरे 7 घंटे 37 मिनट का शुभ मुहूर्त उपलब्ध है।

रक्षाबंधन के दिन बहनें प्रातःकाल स्नान कर व्रत रखती हैं और शुभ मुहूर्त से पहले राखी की थाली सजाती हैं। इस थाली में कुमकुम, अक्षत (चावल), राखी, मिठाई, पानी से भरा हुआ लोटा और नारियल शामिल होते हैं।

शुभ मुहूर्त में भाई और बहन आमने-सामने आसन पर बैठते हैं। बहन पहले भाई के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाती है, उसके हाथ में नारियल देती है और फिर दाहिने हाथ की कलाई पर राखी बांधती है। राखी बांधते समय इस मंत्र का उच्चारण करना शुभ माना जाता है:

“ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:।तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥”

राखी बांधने के बाद बहन भाई को मिठाई खिलाती है और उपहार देती है। बदले में भाई बहन को आशीर्वाद देता है और उसे कोई उपहार भेंट करता है।