KNEWS DESK, आज नवरात्रि का आठवां दिन है, जो विशेष रूप से मां दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन भक्तों का ध्यान मां महागौरी की आराधना पर केंद्रित होता है जो सुख, समृद्धि और दांपत्य जीवन में खुशियों की प्राप्ति का प्रतीक मानी जाती हैं।
नवरात्रि के इस दिन भक्त विधिपूर्वक मां महागौरी की पूजा करते हैं और कन्याओं को भोजन कराते हैं। मान्यता है कि मां महागौरी की पूजा से भक्तों के सारे बिगड़े काम बन जाते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही इस दिन मां की आराधना से राहु ग्रह के दोषों से भी राहत मिलती है। मां महागौरी की पूजा का शुभ मुहूर्त आज सुबह 11:45 से 12:30 बजे तक रहेगा। इस अवधि में की गई पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।
मां महागौरी का स्वरूप
माता महागौरी का स्वरूप अत्यंत मोहक और शीतल है। उनके वस्त्र और आभूषण सफेद होते हैं जिसके कारण उन्हें श्वेताम्बरधरा कहा गया है। देवी महागौरी चतुर्भुजी हैं। उनके दाहिने हाथ में अभय मुद्रा और नीचे के हाथ में त्रिशूल है जबकि बाएं हाथ में डमरू और वर मुद्रा है। मां का वाहन वृषभ है जिससे उन्हें वृषारूढ़ा भी कहा जाता है।
मां महागौरी की कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार मां महागौरी का जन्म राजा हिमालय के घर हुआ था। जहां उन्हें पार्वती के नाम से जाना जाता था। जब मां पार्वती आठ वर्ष की हुईं, तो उन्हें अपने पूर्व जन्म की याद आने लगी। उन्होंने पाया कि वह पूर्व में भगवान शिव की पत्नी थीं। इसी पहचान के साथ उन्होंने भगवान शिव को अपने पति के रूप में मान लिया और उन्हें प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या करने का निर्णय लिया। वहीं महाकाल के प्रति अपनी भक्ति प्रदर्शित करते हुए, मां पार्वती ने वर्षों तक निराहार और निर्जला तप किया, जिससे उनका शरीर काला पड़ गया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें गंगा जी के पवित्र जल से स्नान कराया, जिसके बाद मां महागौरी विद्युत की तरह चमकने लगीं और उनका नाम महागौरी पड़ा।
नवरात्रि के इस आठवें दिन मां महागौरी की पूजा करने से ना केवल दांपत्य जीवन में खुशियां बढ़ती हैं बल्कि व्यापार, धन, और सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होती है। इस दिन मां महागौरी की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धा और भक्ति से उनकी आराधना करें और सभी सुखों की प्राप्ति की कामना करें।