KNEWS DESK- दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के प्रमुख पर्वों में से एक है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। भगवान श्रीराम ने रावण का वध इसी दिन किया था, इसलिए इस दिन को विजय का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विजयादशमी पर किया गया दान-पुण्य कई गुना फलदायी होता है और इससे जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और उन्नति प्राप्त होती है।
इस विशेष अवसर पर कुछ खास चीजों का दान करना न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ होता है, बल्कि यह कर्म और ऊर्जा के स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं दशहरे के दिन किए जाने वाले 6 शुभ दानों के बारे में-
गुप्त रूप से अन्न और वस्त्र का दान
क्या करें–
दशहरे पर चुपचाप किसी गरीब, जरूरतमंद या ब्राह्मण को अन्न (चावल, गेहूं, दाल) और वस्त्र का दान करें।
लाभ–
घर की दरिद्रता दूर होती है
परिवार में सुख-शांति बनी रहती है
व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है
गुप्त दान को शास्त्रों में सबसे श्रेष्ठ दान माना गया है।
पीले वस्त्र और मिठाई का दान
क्या करें–
ब्राह्मण को पीले वस्त्र, नारियल, मिठाई, और जनेऊ का दान करें।
लाभ–
कारोबार में आ रही रुकावटें दूर होती हैं
नौकरी या करियर में उन्नति के अवसर बढ़ते हैं
घर में सौभाग्य और लक्ष्मी का वास होता है
नई झाड़ू का दान
क्या करें–
मंदिर, आश्रम या किसी जरूरतमंद को नई झाड़ू दान करें।
लाभ–
घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
वास्तु दोष समाप्त होते हैं
मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है
झाड़ू को लक्ष्मी जी का प्रतीक माना गया है, और इसका दान आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाता है।
सफेद वस्त्रों का दान
क्या करें–
धोती, साड़ी या कुर्ता-पायजामा जैसे सफेद वस्त्रों का दान करें।
लाभ–
जीवन में मानसिक शांति आती है
करुणा और सहिष्णुता की भावना बढ़ती है
तनाव और चिंता से राहत मिलती है
सफेद रंग पवित्रता और शांति का प्रतीक होता है।
फल और नारियल का दान
क्या करें–
ब्राह्मणों, संतों या जरूरतमंदों को नारियल, मिठाई और मौसमी फल दान करें।
लाभ–
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि
व्यापार में सफलता
जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार
यह दान विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम माना गया है।