KNEWS DESK- हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष धार्मिक महत्व है। यह पावन तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है, जिन्हें विघ्नहर्ता और शुभता का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से गणपति बप्पा की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। हालांकि शास्त्रों और लोकमान्यताओं में यह भी कहा गया है कि यदि इस दिन कुछ गलतियां हो जाएं या कुछ अशुभ संकेत दिखाई दें, तो इसे आने वाली अनहोनी का संकेत माना जाता है।
विनायक चतुर्थी पर इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
चंद्र दर्शन की मनाही
विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखना वर्जित माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन चंद्र दर्शन करने से व्यक्ति पर झूठा कलंक लग सकता है और मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है। अगर भूलवश चंद्रमा दिख जाए, तो तुरंत भगवान गणेश से क्षमा याचना करनी चाहिए।
पूजा में तुलसी का प्रयोग न करें
गणेश जी की पूजा में तुलसी के पत्तों का उपयोग वर्जित है। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी अर्पित करने से गणपति रुष्ट हो सकते हैं, जिससे घर की सुख-शांति प्रभावित हो सकती है।
अंधेरे में पूजा करना अशुभ
जहां भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र स्थापित हो, वहां पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। अंधेरे में पूजा करना अशुभ माना जाता है और यह मानसिक तनाव व नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है।
ऐसे करें गणपति बप्पा को प्रसन्न, अपनाएं ये शुभ उपाय
दूर्वा घास अर्पित करें
भगवान गणेश को दूर्वा (दोब) घास अत्यंत प्रिय है। पूजा के दौरान “इदं दूर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करते हुए 21 दूर्वा की गांठें अर्पित करें। इससे धन-संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
मोदक का भोग लगाएं
बप्पा को मोदक या लड्डू का भोग जरूर लगाएं। मान्यता है कि इससे घर में मिठास, सुख और समृद्धि आती है।
लाल सिंदूर का तिलक
विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को लाल सिंदूर अर्पित करें और बाद में स्वयं भी तिलक लगाएं। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
पीले या लाल वस्त्र पहनें
पूजा के समय पीले या लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और मन को शांत रखता है।
विनायक चतुर्थी व्रत और पूजा का महत्व
विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। आर्थिक संकट कम होते हैं। घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है
विशेष रूप से साल की आखिरी विनायक चतुर्थी पर विधि-विधान से पूजा करने से आने वाले नए साल में शुभ शुरुआत और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।