हनुमान जयंती शनिवार 16 अप्रैल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन पूर्ण श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ इस साल मनाई जाएगी। लेकिन बड़ी बात ये है कि इस साल हनुमान जयंती पर एक दुर्लभ संयोग बना रहा है। वहीं इस साल हनुमान जयंती शनिवार के दिन होने की वजह से ये और भी ज्यादा खास होने वाली है। दो साल बाद इस बार हनुमान जयंती काफी उत्साह के साथ मनाई जाएगी।
रामभक्त हनुमान का जन्मोत्सव कई शुभ योगों के बीच
इसको लेकर भव्य तैयारियां भी की जा रही है। इसके अलावा कई संगठनों ने इस बार घर पर ध्वज लगाकर मंदिरों में फहराने की अपील की है। बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को रामभक्त हनुमान का जन्मोत्सव कई शुभ योगों के बीच मनाया जाएगा। जैसा की आप सभी जानते है मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है।
बन रहा दुर्लभ योग
ऐसे में इस बार हनुमान जयंती के दिन शनिवार आ रहा है जिस वजह से ये बेहद खास होने वाला है। इसके अलावा इस दिन दुर्बल योग बन रहा है। जो हर्षण और रवि योग है। हनुमान जी का जन्म चित्रा नक्षत्र में हुआ था ऐसे में इस दिन सुबह हस्त नक्षत्र सुबह 8:38 तक रहेगा। वहीं बाद में चित्रा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। उसके बाद अगले दिन ये 8:5 तक रहेगा। बता दे, इस दिन भगवान शिव ने पवन पुत्र हनुमान के रूप में जन्म लिया था।
ऐसे करें हनुमान जी की आराधना –
भगवान शिव के 11वें अवतार हनुमान जी है। ऐसे में इस दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामायण के साथ-साथ बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। वहीं बाद में स्तुति के साथ आरती करना चाहिए। श्री हनुमान चालीसा का सात बार पाठ करें। ऐसे में हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है।