गणपति बप्पा की विदाई का समय आ चुकी है, गणेश चतुर्थी से आरंभ, गणेश उत्सव का अनंत चतुर्दशी यानि 19 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ समापन हो रहा है,
पंचांग के अनुसार 19 सितंबर, रविवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इस तिथि को हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है. इसी तिथि को गणेश जी का विसर्जन किया जाता है.गणेश विसर्जन की बेला बहुत ही भावुक करने वाली होती है. गणेश भक्त नम आंखों से अपने विघ्नहर्ता को विदाई देते हैं.
इन बातों पर ध्यान दें
गणेश विसर्जन के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए
- इस दिन किस भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए.
- क्रोध, अहंकार और वाणी दोष से बचना चाहिए.
- गणेश विसर्जन नदी, तालाब या किसी कुड़ में ही करना चाहिए.
- विसर्जन से पूर्व गणेश जी को स्वच्छ वस्त्र पहनाएं.
- गणेश जी की इस दिन विधि पूर्वक पूजा और आरती करें.