उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट।, देश में सत्ताधारी बीजेपी के लिए कहा जाता है कि इनका चुनावी मैनेजमेंट बहुत अच्छा रहता है. समय-समय पर कई राजनीतिक विश्लेषक बीजेपी के चुनावी मैनेजमेंट और रणनीति की तारीफ करते रहते हैं. कहा जाता है कि एक चुनाव खत्म होता नहीं कि बीजेपी संगठन उसी ऊर्जा से दूसरे चुनाव की तैयारी करने लग जाता है. ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है कि उत्तराखंड में. उत्तराखंड में पंचायत चुनाव खत्म हुए नहीं की बीजेपी 2027 की तैयारियों में लग गई है. 2027 विधानसभा चुनाव की जंग के लिये बीजेपी ने अपना प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आम जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर लगातार सकारात्मक कदम उठा रहे हैं। सीएम धामी ने कहा कि सभी जिलों में उन स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है. जहां पर अभी तक रात्रि प्रवास नहीं हुआ है। उन जगहों पर जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं के समाधान के साथ जनता से सरकार के कार्यों की फीडबैक भी लेंगे। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने अपनी अंदरुरी रार को खत्म कर आने वाले चुनाव को मजबूती के साथ लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को दिल्ली में कई सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद देहरादून लौट आए है। सीएम धामी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के कई मंत्रियों से राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि रेलवे, गृह और वन मंत्रालय सहित कई मंत्रालयों में बैठकें हुईं. जिनमें पहले से चल रहे प्रस्तावों के साथ नए विकास कार्यों पर भी बात हुई। धामी ने कहा कि सभी केंद्रीय मंत्रियों ने बेहद सकारात्मक रवैया दिखाया और राज्य के विकास कार्यों में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड में विकास की गति लगातार बढ़ रही है और इस बार भी केंद्र ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री का यह दौरा राज्य की बुनियादी ढांचा, रेलवे कनेक्टिविटी और पर्यावरण से जुड़ी परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वही उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आम जनता की समस्याओं के समाधान को ध्यान में रखते हुए एक और कदम उठा रहे हैं। सीएम धामी ने कहा कि सभी जिलों में उन स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है. जहां पर अभी तक रात्रि प्रवास नहीं हुआ है। उन जगहों पर जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं के समाधान के साथ जनता से सरकार के कार्यों की फीडबैक भी लेंगे. माना जा रहा है कि यह सारी कवायत 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए की जा रही है।
वही बीजेपी की इस तैयारी के बीच कांग्रेस अपनी अंदरूनी रार को खत्म कर 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. जिसको लेकर दिल्ली से लेकर देहरादून तक कांग्रेस के बड़े नेताओं में मनमुटाव को खत्म करने की बात कही जा रही है. जिसमे कांग्रेस ने देहरादून का पंचायत चुनाव जीतकर 2027 के फाइनल से पहले झटका दे दिया है. हालांकि इन सब के बाद भी कांग्रेस द्वारा बीजेपी को UKSSSC का परीक्षा घोटाले से लेकर अन्य फर्जीवाड़े पर घेरा जा रहा है. अंकिता हत्याकांड से कानून व्यवस्था पर उठे सवालों को लेकर कांग्रेस, बीजेपी पर लगातार हमला कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी जनता के सामने किस मुंह से जाने की बात कर रही है. लचर कानून व्यवस्था से लेकर राज्य घोटाला प्रदेश बन गया है. तो क्या मान लें कि बीजेपी ये सब लोगों को बताएगी।
बहरहाल बीजेपी, कांग्रेस एक दूसरे पर भले ही कितनी छींटाकशी कर लें. लेकिन 2027 की जंग वही जीतेगा जो सियासी पिच पर बेहतरीन बैटिंग करेगा हालांकि बीजेपी इसमें कांग्रेस से कहीं आगे निकल चुकी है. देखना ये होगा कि क्या कांग्रेस तमाम चुनावों से कोई सबक लेगी या फिर इस चुनाव में भी कांग्रेस की अंदरूनी कलह बीजेपी को फायदा देगी।