उत्तराखंड डेस्क रिपोट, उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री बीजेपी विधायक बिशन सिंह चुफाल ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर हल्ला बोला है. डीडीहाट से बीजेपी विधायक व पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल ने सरकार के द्वारा बनाये गये दायित्वधारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विधायक बिशन सिंह चुफाल ने कहा की अयोग्य लोगों को पिथौरागढ़ जिले में दायित्वधारी बनाया गया है. डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र में दायित्वधारियों के द्वारा विधायक के कार्यों में जबरन हस्तक्षेप करने के साथ ही बाधा उत्पन्न की जा रही है. डीडीहाट से बीजेपी विधायक बिशन सिंह चुफाल ने आगे कहा कि सरकार और संगठन द्वारा ऐसे लोगों को दायित्व दिया गया है, जो अयोग्य हैं. उन्होंने कहा कि दायित्वधारी सरकार की योजनाओं जनता तक पहुंचाने के बजाय जबरन विधायकों के कार्यों में हस्तक्षेप करने के लोगों भी परेशान कर रहे हैं। इस मामले में दायित्वधारी हेम राज बिष्ट ने हरिद्वार से एक वीडियो जारी किया है. जिसमें अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि विधायक मेरे सम्माननीय हैं. लेकिन उन्होंने जो आरोप लगाए हैं वो निराधार हैं। जिसको लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
उत्तराखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व विधायक बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि इस तरह के दायित्वधारियों को शीघ्र बाहर करना चाहिए. विधायक के इस बयान के बाद सरकार के कार्यों पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. पिछले एक माह से प्रदेश के कई बीजेपी विधायक सरकार के कार्यों पर सवाल खड़े कर चुके हैं. जिससे सरकार असहज हो रही है. बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान और अरविंद पांडे की नाराजगी के बाद अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुफाल का भी दर्द सामने आ गया है. उन्होंने अपने ही सरकार के दर्जाधारी मंत्री पर आरोप लगाते हुए उन्हें अयोग्य बता दिया है. जिससे सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने अयोग्य लोगों को दायित्वधारी बनाया है, अयोग्य दायित्वधारी उनके विधानसभा क्षेत्र में दखल दे रहे हैं और जनता के कार्यों में बाधा डाल रहे हैं. उन्होंने ऐसे लोगों को तुरंत हटाये जाने की मांग की है. बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि कुछ गरीबों के इलाज की फाइल मैंने मुख्यमंत्री कार्यालय में लगाई थी. लेकिन जब मैं सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिला. तब उनके स्टाफ से पता चला कि दर्जाधारी मंत्री हेम राज बिष्ट फाइल ले गए है. हेमराज बिष्ट मेरे कामों में बाधा डाल रहे हैं. उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिए।
वही इस पूरे मामले से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है. क्योंकि डीडीहाट विधानसभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का गृह क्षेत्र भी है. अब इस मामले में हेम राज बिष्ट ने हरिद्वार से एक वीडियो जारी किया है. जिसमें अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया हैं. उन्होंने कहा कि विधायक मेरे सम्माननीय हैं, लेकिन उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, वो निराधार हैं. साथ ही उन्होंने अयोग्य वाली बात पर कहा कि अगर मैं अयोग्य हूं जो एक गरीब परिवार से हैं और 28 सालों से पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं। जिसको लेकर विपक्ष ने भी मोर्चा खोल दिया है. विपक्ष का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी चाल-चरित चेहरे की बात हमेशा करती रही है. लेकिन जिस तरीके से राज्य के पूर्व मंत्री रहे बिशन सिंह चुफाल ने अपने ही दायित्वधारी हेमराज बिष्ट से आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल रहा है. ये भाजपा की अंदरूनी अनुशासन की पोल-पट्टी खोल रहा है।
अब इस पारिवारिक मामले में पार्टी बचाव में उतर चुकी है पार्टी का मानना है की ,जिस तरह पार्टी के भीतर बयान सामने आ रहे हैं, वो बिल्कुल भी ठीक नहीं है और सभी पार्टी के नेताओं को अपनी सीमाओं में रहकर बयान देने चाहिए. यदि कोई समस्या आती है तो उसके लिए पार्टी फोरम में भी अपनी बात रखी जा सकती है, लेकिन जिस तरह सार्वजनिक रूप से नेता एक दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं, वो बिल्कुल भी ठीक नहीं है. वही इस मामले पर कांग्रेस पार्टी चुटकी लेती नजर आ रही है। सरकार एक तरफ सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने की बात कर रही है और दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर ही पार्टी के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सम्मान तीलू रौतेली पर सेटिंग गेटिंग की बात की जा रही है. पार्टी के नेता पदों के लिए किसी भी स्तर तक गिरने को तैयार दिख रहे हैं. यह बताती है कि राज्य में सरकार को लेकर कुछ तो गड़बड़ है.अब देखना होगा पार्टी ये पारिवारिक मामला कब तक निपटा पाती है लेकिन दोनों भाजपा नेताओं के बायन पर प्रदेश की राजनीति गरमा जरूर गई है.