KNEWS DESK- बिहार के गोपालगंज में चल रही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री की हनुमंत कथा के दूसरे दिन कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने हिंदूओं को एकजूट करने की कोशिश की। कथा के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि अगर हिंदू अकेले रहेंगे तो टूट जाएंगे, लेकिन अगर वे एक साथ रहेंगे तो उन्हें कोई नहीं तोड़ सकता। अगर कुत्ते पर पत्थर फेंका जाए तो वह भाग जाएगा, लेकिन अगर वही पत्थर मधुमक्खी के छत्ते पर फेंका जाए तो इंसान को भागना पड़ेगा। इसका मतलब यह हुआ कि कुत्ता अकेला था, जबकि मधुमक्खियां एक साथ थीं। इसी तरह अगर हिंदू अलग रहेंगे तो उन्हें भागना पड़ेगा, लेकिन अगर हिंदू एक रहेंगे तो देशद्रोहियों को भागना पड़ेगा।
कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने आगे कहा कि तुम हमारा साथ दो, हम तुम्हें हिंदू राष्ट्र देंगे। एक अन्य बात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम संविधान के खिलाफ नहीं बोलते हैं संविधान हमारा आदर्श है। हमारे पूर्वजों ने संविधान को स्वीकार किया है, संविधान के अनुसार ही हम चलेंगे। लेकिन संविधान में 125 बार से ज्यादा संशोधन हो गया, एक बार हिंदू राष्ट्र के लिए और हो जाए तो और क्या चाहिए।
अगर हमें छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं
बिहार में कथा शुरू होने से पहले हुए विवाद पर बोलते हुए कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि कहा कि बिहार में हमारे आने के बाद से आग लगी है। मीडिया पर बवाल छाया है, कह रहे हैं बाबा को आने दो हम मारेंगे। ये देश रानी लक्ष्मी बाई का है, बाबर का नहीं। राम का है, रघुवर का देश है, संतों का है। बिहार हमारा है हम जब तक जीएंगे तब तक आएंगे, भारत को बांटने नहीं देंगे, हिन्दुओं को घटने नहीं देंगे। जिनको हमारे आने से बुरा लगा, जो कुछ भी कहा हो सेम टू यू। आप हमें रोकेंगे, हम और कथा करेंगे तो हम यहां मठ बना लेंगे। अगर हमें छेड़ोंगे तो हम छोड़ेंगे नहीं।