जीत का प्रयास, 2024 का गुणा भाग

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज हो गई है, सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव को जीतने के लिए अभी से बिसात बिछानी शुरू कर दी है……इसी के तहत सत्ताधारी दल बीजेपी ने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से 2022 के विधानसभा चुनावों में हारी हुई 23 सीटों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने इन सीटों पर मत प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया था…..पार्टी ने यह जिम्मा लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को सौंपा था। पार्टी सूत्रों के अनुसार कुछ सांसद अभी तक आंवटित विधानसभा सीटों में नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में पार्टी की चुनाव तैयारी प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए अब राज्य संगठन की ओर से सभी सांसदों से आवंटित विधानसभा क्षेत्रों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। दअरसल भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी हुई है और एक- एक बूथ पर जीत के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इसी को देखते हुए अब हारी हुई सीटों पर फोकस किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर कार्य पूरा करने का दावा किया है। इसी के तहत लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का जमीनी स्तर पर पुनर्गठन का काम पूरा हो गया है। पार्टी ने बूथ और ब्लॉक इकाई के बीच मंडल इकाई का गठन कर लिया है। हर 10 बूथ को मिलाकर एक मंडल बनाया गया है। न्याय पंचायत स्तर का संगठन अब खत्म कर दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने नई कार्यकारिणी पर मंथन शुरू कर दिया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी पर मंथन शुरू दिया है…..कुल मिलाकर चुनाव से पहले सभी दलों का गुणा भाग शुरू हो गया है इसलिए आज हम कह रहे हैं….जीत का प्रयास, 2024 का गुणा भाग करेंगे

उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। इन्ही तैयारियों के बीच सत्ताधारी दल बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में हारी हुई 23 सीटों पर मंथन शुरू कर दिया है। पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से 2022 के विधानसभा चुनावों में हारी हुई 23 सीटों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने इन सीटों पर मत प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया था…..पार्टी ने यह जिम्मा लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को सौंपा था। पार्टी सूत्रों के अनुसार कुछ सांसद अभी तक आंवटित विधानसभा सीटों में नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में पार्टी की चुनाव तैयारी प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए अब राज्य संगठन की ओर से सभी सांसदों से आवंटित विधानसभा क्षेत्रों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। दअरसल भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी हुई है और एक- एक बूथ पर जीत के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इसी को देखते हुए अब हारी हुई सीटों पर फोकस किया जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा की इन तैयारियों पर कटाक्ष करते हुए लोकसभा चुनाव में जीत का दावा किया है

एक तरफ जहां भाजपा हारी हुई विधानसभा सीटों पर मंथन कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर कार्य पूरा करने का दावा किया है। इसी के तहत लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का जमीनी स्तर पर पुनर्गठन का काम पूरा हो गया है। पार्टी ने बूथ और ब्लॉक इकाई के बीच मंडल इकाई का गठन कर लिया है। हर 10 बूथ को मिलाकर एक मंडल बनाया गया है। न्याय पंचायत स्तर का संगठन अब खत्म कर दिया गया है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस के इस मॉडल पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की ओर से अबतक कार्यकारिणी ना बनाएं जाने पर चुटकी ली है… वहीं आम आदमी पार्टी ने नई कार्यकारिणी पर मंथन शुरू कर दिया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी पर मंथन शुरू दिया है…..

 

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम का समय रह गया है ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों ने जीत का गुणा भाग करना शुरू कर दिया है…..एक तरफ बीजेपी जहां चुनावी तैयारियों में सभी दलों से आगे है…तो वही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अभी अपनी कार्यकारिणी पर ही मंथन कर रहे हैं ऐसे में सवाल ये है कि बिना कार्यकारिणी के तमाम विपक्षी दल कैसी तैयारियों में लगे हैं ये अपने आप में रहस्य है

 

 

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