जिसका काम भारी ,उसका नाम जारी !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देवभूमि उत्तराखंड में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई है। दअरसल राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दिल्ली में प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात और मुलाकात के बाद अब उत्तराखंड दौरे पर पहुंच रहे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद यह चर्चाएं तेज हो गई है। बताया जा रहा है अमित शाह 13 अक्टूबर को उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें करने के साथ ही उत्तरकाशी जाएंगे. इस दौरान वह हर्षिल में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम का ब्योरा लेंगे, साथ ही अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों से भी भेंट करेंगे. वहीं भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का कहना है कि इस दिवाली पार्टी के विधायकों को अच्छी खबर दी जाएगी। और जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कैबिनेट विस्तार के साथ कुछ कैबिनेट मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। बता दें कि उत्तराखंड में कैबिनेट की चार कुर्सियां खाली पड़ी हुई है। कई बार मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोर पकड़ती भी रही हैं लेकिन इसपर मुख्यमंत्री कोई निर्णय नहीं ले सके हैं। हालांकि इस बार संभावना ज्यादा है क्योंकि केदारनाथ का उपचुनाव नजदीक है और बद्रीनाथ और मंगलोर उपचुनाव में मिली हार के मद्देनजर पार्टी इस बार कोई जोखिम लेने के मुड में नहीं है। वहीं विपक्ष का कहना है कि अभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाएगा क्योंकि भाजपा में एक अनार और सौ बीमार की स्थित है सवाल ये है कि क्या इस दिवाली किन नेताओं के मुंह मीठें होंगे और किनके कड़वे

उत्तराखंड में जल्द मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व बंटवारे की चर्चाएं तेज हो गई है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कौठारी ने बताया कि कोर ग्रुप की बैठक के साथ ही पार्टी के शीष नेताओं के साथ वार्ता हो चुकी है। उन्होने उम्मीद जताई है कि पार्टी के विधाय़कों को दिवाली तक कोई अच्छी खबर दी जाएगी। वहीं विपक्ष का कहना है कि बार बार पार्टी के शीर्ष नेता पार्टी के भीतर पनप रहे असंतोष को कम करने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीदें जगा रहे हैं. लेकिन मौजूदा समय में भी मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार का निर्णय नहीं लेंगे क्योंकि भाजपा में एक अनार, सौ बीमार वाली स्थिति है

आपको बता दें कि उत्तराखंड में पिछले लंबे समय से चार पद रिक्त चल रहे हैं। कई बार मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व बंटवारे की चर्चाएं शुरू होती है लेकिन अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंच पाती है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के साथ ही दायित्व बंटवारा भी किया जा सकता है…वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कुछ नेताओं के नाम भी काटे जा सकते हैं..वहीं कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। इस बीच अमित शाह 13 अक्टूबर को उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही उत्तरकाशी जाएंगे. इस दौरान वह हर्षिल में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम का ब्योरा लेंगे, साथ ही अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों से भी भेंट करेंगे…वहीं विपक्ष ने अमित शाह के दौरे पर कटाक्ष किया है

कुल मिलाकर भाजपा में पिछले लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व बंटवारे की चर्चा चल रही है। हालांकि अब तक कोई निर्णय इस पर ना लेने से कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। वहीं पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मंत्री बनने की दौड़ में भी है लेकिन अब एक बार फिर दिपावली से पूर्व मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं है देखना होगा कि क्या मौजूदा समय में भी मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व बंटवारे का निर्णय लेते हैं या नहीं

 

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