KNEWS DESK…. WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में आंदोलनरत महिला पहलवान साक्षी मलिक ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें उनके साथ पति सत्यव्रत कादियान भी हैं। साक्षी ने आरोप लगाया कि रेसलिंग फेडरेशन में पिछले कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण किया जा रहा था।
दरअसल आपको बता दें कि साक्षी मलिक ने कहा कि हमारे खिलाफ एक नैरेटिव बनाया जा रहा है। मलिक ने बताया कि उनका आंदोलन राजनीति से प्रेरित बिल्कुल नहीं था। कांग्रेस लीडर दीपेंद्र हुड्डा ने हमें उकसाया। जनवरी में हम सबसे पहले जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे थे।
The Truth.#WrestlersProtest pic.twitter.com/eWHRpOSwD9
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 17, 2023
इसकी इजाजत भाजपा के दो नेताओं ने ली थी, जो बबीता फोगाट और तीर्थ राणा थे। उन्होंने आगे कहा कि कुश्ती से जुड़े लोगों को पता था कि महिला पहलवानों का पिछले 10-12 वर्षों से यौन शोषण किया जा रहा था। अगर कोई आवाज उठाता तो ये बात रेसलिंग फेडरेशन को पता चल जाती थी और उसके करियर पर खराब कर दिया जाता था। साक्षी मलिक और उनके पति ने वीडियो में बताया कि उनका प्रदर्शन सरकार के खिलाफ न होकर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण के खिलाफ है, क्योंकि उन्होंने यौन शोषण पद पर रहते हुए किया। साक्षी मलिक वीडियो में कह रही हैं कि वो अब तक इसलिए चुप थे क्योंकि पहलवानों में एकता की बहुत कमी थी। उन्होंने कहा कि जिस नाबालिग लड़की ने 161 के बयान दिए, फिर 164 के बयान दिए। कई दिन बाद उसने अपने बयान को बदल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नाबालिग लड़की के परिवार को डराया धमकाया गया। कुश्ती खेलने वाले लोग बहुत गरीब परिवार से आते हैं। इसलिए उनमें इतनी हिम्मत नहीं होती है कि वो यौन शोषण मामलों आवाज कैसे उठा सकें। 28 मई को हमारे साथ बहुत बदसलूकी की गई। हमने संविधान के दायरे में रहकर प्रदर्शन किया था। उस दौरान हम इतने आहत हो गए थे कि हमने अपने मेडलों को गंगा में विसर्जित करने का प्रयास किया था।