Knews Desk, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव और उपचुनाव के बाद तमाम राजनीतिक दलों ने जीत और हार पर मंथन शुरू कर दिया है.इसी के तहत लोकसभा चुनाव के लगभग तीन माह के बाद कांग्रेस भाजपा का हार जीत पर मंथन शुरू हो गया है. इसी कडी में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बड़ी बैठक देहरादून में हो चुकी है. वही अब कांग्रेस ने भी हार की समीक्षा के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है ये कमेटी देहरादून पहुंच गई है। कमेटी तीन दिन तक सभी नेताओं से मुलाकात कर पार्टी के खराब प्रदर्शन का पता लगाएगी। बता दे कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से वरिष्ठ नेता पीएल पूनिया और सांसद रजनी पाटिल को उत्तराखंड में हार की समीक्षा के लिए भेजा है। दोनों नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत कि… हार कि वजह पूछी. वही हार जीत के मंथन के बीच उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कार्यकाल इसी माह 2 वर्ष का पूर्ण होने जा रहा है.. जिस पर पार्टी ने मंथन शुरू कर दिया है सवाल ये है कि क्या लोकसभा और उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा-कांग्रेस में कोई बड़े बदलाव की उम्मीद है
देवभूमि उत्तराखंड में लोकसभा और उपचुनाव के बाद मंथन का दौर शुरू हो गया है.इसी कड़ी में कांग्रेस ने उत्तराखंड में मिली हार की समीक्षा के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को उत्तराखंड भेजा है.ये कमेटी तीन दिन तक सभी नेताओं से मुलाकात कर पार्टी के खराब प्रदर्शन का पता लगाएगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से वरिष्ठ नेता पीएल पूनिया और सांसद रजनी पाटिल को उत्तराखंड में हार की समीक्षा के लिए भेजा कमेटी की ओर से पार्टी के सभी नेताओं के साथ बैठक की जाएगी. बैठक में हाथ के कारण तलाशे जाएंगे.
आपको बता दे कि उत्तराखंड में कांग्रेस लगातार तीन लोकसभा चुनाव में अपना खाता तक नहीं खोल पाई है. राज्य कि पांचो लोकसभा सीटों में भाजपा ने जीत कि हैट्रिक लगाई है जबकि कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है.. ऐसे में कांग्रेस हाईकमान की चिंता काफ़ी बढ़ गई है. हालांकि कांग्रेस नेताओं ने हाल ही में प्रदेश की दो विधानसभा सीटों में हुए उपचुनाव को जीतकर थोड़ी राहत की सांस जरूर ली है… जीत से उत्साहित कांग्रेस अब केदारनाथ उपचुनाव को जीतने का भी दावा कर रही है…वही उपचुनाव में मिली हार पर भाजपा मंथन के साथ ही केदारनाथ उपचुनाव को जीतने की रणनीति भी बना रही है…इस बीच उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कार्यकाल इसी माह 2 वर्ष का पूर्ण होने जा रहा है.. जिस पर पार्टी ने मंथन शुरू कर दिया है..
कुल मिलाकर राज्य में तमाम दलों ने हार-जीत पर मंथन के साथ ही आगामी चुनाव कि रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया सवाल ये है कि आखिर क्यों कांग्रेस को लगातार तीन लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, आखिर क्या वजह रही कि लोकसभा जीतने के बावजूद भाजपा उपचुनाव हार गई. सवाल ये भी है कि क्या इस हार के बाद भाजपा कांग्रेस में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा
उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट