उत्तराखंड| प्रदेश के पहाड़ी जिलों में आज से तापमान 10 डिग्री से बाहर हो जाएगा और मैदानी क्षेत्र में छह से आठ डिग्री तक बढ़ सकता है और इसलिए मौसम विभाग ने तापमान को ऐसे बढ़ते हुए देख कर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञानिक रोहित थपलियाल का कहना है की बारिश काम होने के कारण आज ऐसी स्थिति हो गई है। पहली बार प्रदेश में ऐसा हुआ होगा की 93 फीसदी तक बारिश और बर्फबारी कम हुई है। जिसका ज्यादातर असर नदियों के जलस्तर एर फसलों पर दिखाई दे रहा है। मौसम वैज्ञानिक आरके सिंह का भी कहना है कि बारिश न होने के कारण और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय न होने के कारण पूरे प्रदेश में सूखे जैसे हालत देखने को मिल रहे है।
नदियों का घट रहा जलस्तर
पिछले साल फरवरी 2022 में टिहरी बांध का जल स्तर 801 मीटर था और जिसको वीरवार को देखा गया तो वह केवल 794.95 मीटर तक रह गया है। केंद्रीय जल आयोग के अधिशासी अभियंता भरत चौकियाल का कहना है कि श्रीनगर के नैथाणा पुल पर अलकनंदा नदी का जल स्तर 530.27 मीटर है और जबकि पिछले साल यह जलस्तर 531.7704 मीटर था। हल्द्वानी में 16 फरवरी 2022 को गौला नदी में 600 क्यूसेक पानी था और अगर देखा जाए तो यह केवल 136 क्यूसेक रह गया है। कोसी में भी 25 क्यूसेक से भी अधिक पानी घट गया है। बागेश्वर में सूरती और गोमती नदी के पानी का जल स्तर भी कम हो गया है। चंपावत में भी शारदा नदी के जलस्तर भी 10 दिन में 400 क्यूसेक की गिरावट आ गई है।
कृषि विभाग के निदेशक केसी पाठक का कहना है की बारिश बहुत काम होने से पर्वतीय क्षेत्रों में गेहू पूरा पीला पढ़ जाने की जानकारी मिल रही है। सभी जिलों में काम बारिश और बर्फबारी की कमी से फसलों की रिपोर्ट मांगी जा रही है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है की उत्तराखंड में अलगे पाँच दिन तक गर्मी भी बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे है। अलगे पाँच दिन देहरादून, टिहरी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, उधर सिंह नगर जैसे जिलों में तापमान 10 डिग्री तक समान्या से अधिक होने की संभावना है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेशवर जैसे जिलों में तापमान 10 से 12 डिग्री तक अधिक भी हो सकता है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है की ओली में इतनी बर्फबारी नहीं हुई है की नैशनल स्कीइंग चैम्पीअन्शिप करवाई जाई इसलिए 2023 में यह रद की जा रही है। पिछले वर्ष इन दिनों में ओली में अच्छी खासी बर्फ रहती थी।