देहरादून, राज्य में धर्मांतरण के मामले आने लगे हैं. कई मामले तो संज्ञान में आ जाते हैं लेकिन कुछ मामलों सामने नहीं आ पाते। अवैध तरीके से धर्मांतरण करवाना गैर जमानती अपराध है। बावजूद इसके अवैध धर्मांतरण रुक नहीं रहे। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां राजधानी देहरादून में एक कबाड़ी का काम करने वाले एक मुस्लिम युवक ने विधवा महिला का धर्मांतरण करवाकर शादी करी। इसके कुछ समय बाद महिला के बेटों का भी धर्मांतरण करा लिया गया । घटना के सामने आने पर हिन्दू संगठनों ने विरोध जताया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने अवैध तरीके से मतांतरण का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी नईम कबाड़ का काम करता है
उक्त मामला डोईवाला क्षेत्र का है जहां एक विधवा महिला केशवपुरी बस्ती में रहती है और कबाड़ का काम करती है। उसके साथ उसके चार बेटे भी रहते है। इस दौरान उसकी मुलाकात कबाड़ का ही काम करने वाले नईम के साथ हुई। जिसके बाद उसने महिला ने निकटता बनाते हुए उसका धर्मांतरण कराया साथ ही निकाह भी कर लिया. इसके कुछ समय बाद उसके चार बेटों का भी जबरन मतांतरण करा लिया गया। मामला सामने आने पर देहरादून के जिलाधिकारी ने जांच करायी तो घटना की पुष्टि हुई। मामले के सम्बन्ध में डोईवाला कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि धार्मिक स्वतंत्रता के अधिनियम के तहत मतांतरण के लिए जिलाधिकारी से अनुमति चाहिए होती है। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। कानून के तहत ऐसा करने पर 10 साल का कारावास और पचास हजार तक का जुर्माने का प्रावधान है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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