KNEWS DESK- उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है| मतदान के दौरान मंगलौर में काफी हंगामा देखने को मिला। मंगलौरसीट पर मतदान के दौरान आठ से दस राउंड हवाई फायर हुई हैं। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव से क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया| हांलाकि बाद में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ| वहीं हंगामे के बाद मतदान धीमा देखने को मिला| आपको बता दें कि मंगलौर सीट पर बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद से यह सीट खाली हो गई थी| जबकि, बद्रीनाथ सीट पर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक राजेंद्र भंडारी भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके बाद अब उपचुनाव कराया जा रहा है|
वहीं कांग्रेस ने शासन प्रशासन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जबकि भाजपा ने कांग्रेस के सभी आरोपों का खंडन करते हुए इन आरोपों को हार की वजह बताया है| वहीं मतदान के बीच प्रदेश की एक और विधानसभा सीट खाली हो गई है| दरअसल, लंबी बीमारी के बाद केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे प्रदेशभर में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें भीवभीनी श्रद्धांजलि दी है।
देवभूमि उत्तराखंड में मानसून की बारिश के बीच दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं मतदान के दौरान मंगलौर में हंगामा देखने को मिला। जिसमें कांग्रेस के भी कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव से क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया। हालांकि बाद में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ। वहीं हंगामे के बाद मतदान धीमा देखने को मिला|
आपको बता दें कि उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की वजह ये है कि मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक का निधन हो गया था। जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद इस सीट से रिजाईन कर दिया था। जिसके बाद अब दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है| इस बीच प्रदेश की एक और विधानसभा सीट खाली हो गई है। दरअसल, लंबी बीमारी के बाद केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे प्रदेशभर में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें भीवभीनी श्रद्धांजलि दी है।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के बाद अब राज्य में उपचुनाव पर सियासी घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां भाजपा लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के लिए इन दोनों सीटों पर उपचुनाव जीतना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है| देखना होगा कि 13 जुलाई को इन दोनों सीटों पर क्या कुछ परिणाम देखने को मिलता है|