देहरादून| 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद किया गया। देहरादून में काफी सारे संगठनों ने जगह-जगह शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सब लोगों का कहना था कि सैनिकों की वजह से ही हम खुद को पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करते है उनके होते हुए हम लोगों कोई भी डर नहीं है। वह सब दिन रात बिना अपनी जान के प्रवाह किए बिना सीमाओं पर तैनात रहते है। देहरादून के गांधी पार्क के साथ साथ और भी काफी जगहों पर शहीदों को याद किया गया। शहीदों के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। एमपीजी कॉलेज में इंडियन वॉर हीरोज के समक्ष पुलवामा में शहीद हुए वीर जवानों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ सुनील पवार ने छात्रों और स्टाफ के साथ मिलकर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी साथ ही सुनील पवार का कहना कहना था की 14 फरवरी जिसको ब्लैक डे के नाम से जाना जाता है उसको हमेशा याद रखा जाएगा जिन जवानों ने अपने प्राणों को देश के लिए न्योछावर कर दिया था। यह पहल कॉलेज में एक साल पहले शुरू की गई थी।
भाजपा कार्यकर्ताओं दी शहीदों को श्रद्धांजलि
भाजपा जीएमएस मंडल के कार्यकर्ताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। विधायक सविता कपूर ने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के आज चार साल पूरे हो गए है। 14 फरवरी 2019 को इस हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। सैनिकों की वजह से आज देश का हर एक नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करता है। देश पर मर मिटने वालों को याद किया जाना बहुत जरूरी है। इस मौके पर मंडल के अध्यक्ष सुमित पांडे, महामंत्री विजय गुप्ता, अजय सिंह, अभिषेक शर्मा, विकास बेनीवाल आदि और भी लोग मौजूद थे।
गांधी पार्क में शहीदों की याद में जलाए गए दिए
प्रदेश युवा मोर्चा ने प्रदेश मंत्री राजेश रावत के नेतृत्व में मंगलवार को पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को गांधी पार्क में दिए जलाकर श्रद्धांजलि दी। राजेश रावत का कहना था की इस आतंकी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस दी गई कुर्बानी को कभी भी कोई भी नहीं भूल पाएगा। विधानसभा से बर्खास्त कर्मियों अपने धरने पर शहीद हुए जवानों की याद में कैंडल मार्च निकालकर उनको नमन किया और श्रद्धांजलि भी दी।
शहीदों की याद में किया गया रक्तदान
मातृभूमि परिवार की और से पुलवामा में शहीद हुए जवानों को नमन किया गया और उनको श्रद्धांजलि दी गई। आईएमए ब्लड बैंक के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 40 यूनिट रक्तदान परिवार सदस्यों द्वारा किया गया था।