शिव शंकर सविता- उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। भिकियासैंण क्षेत्र के शिलापनी इलाके में यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में अब तक सात यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस, प्रशासन और राहत-बचाव दल मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस में करीब 12 यात्री सवार थे। हादसा उस समय हुआ जब बस पहाड़ी रास्ते से गुजर रही थी। अचानक बस चालक नियंत्रण खो बैठा और वाहन सीधे खाई में गिर गया। खाई काफी गहरी होने के कारण बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी और बचाव कार्य में मदद शुरू की।
मृतकों के शव बाहर निकालने के लिए चलाया गया अभियान
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तुरंत मौके के लिए रवाना हो गईं। राहत-बचाव दल ने खाई में उतरकर घायलों और मृतकों को बाहर निकालने का अभियान चलाया। कई यात्रियों को रस्सियों और स्ट्रेचर की मदद से खाई से बाहर निकाला गया। रेस्क्यू कार्य में स्थानीय ग्रामीणों की भूमिका भी अहम रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के समय बस काफी तेज रफ्तार में थी। जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई, वह इलाका बेहद संकरा और खतरनाक माना जाता है। पहाड़ी मोड़ होने के कारण यहां पहले भी हादसे हो चुके हैं। प्रारंभिक तौर पर तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे की बड़ी वजह माना जा रहा है, हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी।
घायलों को अस्पताल में भर्ती, गंभीर मरीज हायर सेंटर रेफर
हादसे में घायल यात्रियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर करने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी सेवाएं सक्रिय कर दी हैं और डॉक्टरों की टीम घायलों के इलाज में जुटी हुई है। प्रशासन की ओर से अभी मृतकों और घायलों की अंतिम संख्या की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही पूरी जानकारी साझा की जाएगी। साथ ही, हादसे के कारणों की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।