उत्तराखंड : बाघ के संरक्षण को लेकर तमाम उपाय किये जा रहे हैं। इनके संरक्षण के तहत इनकी संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है। लेकिन बाघ तस्कर इसमें आड़े आ रहे हैं। बाघ तस्कर द्वारा बाघों की खाल और हड्डियों के लिए इन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है। बीते समय भारी मात्रा में बाघ की खाल और हड्डी को तस्करों से बरामद किया गया था। इसके बाद आरोपितों के पूरे नेटवर्क को पकड़ने को लेकर वन विभाग और एसटीएफ सक्रिय हो गए । ऐसे में तस्करी करने वाले दो और सदस्यों को गिरफतार कर जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही अन्य आरोपितों की तलाश अभी जारी है।
बाघ की हड्डी खाल तस्करी में अब तक सात गिरफ्तार
बीती 22 जुलाई को बाघ की खाल हड्डी बरामद करने के बाद पुलिस की एसटीएफ और वन विभाग की टीम ने पकड़े गए आरोपितों संजय कुमार कृश्ण कुमार, हरीश कुमार, गजेंद्र सिंह से पूछताछ कर अन्य आरोपितों को भी पकड़ा है। इनसे पूछताछ के बाद एक अन्य तरकर अर्जुन को देहरादून से गिरफ्तार किया गया। बताया गया कि बाघ को मारने और खाल उतारने में आरोपित एक्सपर्ट था। टीम ने अन्य की तलाश में गुर्जन और शमशाद को भी गिरफ्तार किया। मामले के सम्बंध में जानकारी देते हुए डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि आरोपितों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल में भेज दिया है।