देहरादून, उत्तराखंड बीते दिन ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में बजट सत्र के दौरान विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों द्वारा किये गये अशिष्टाचार आचरण को लेकर विधानसभा स्पीकर द्वारा किये गये निलंबन को लेकर विधानसभा स्पीकर ने स्पष्ट किया है कि, निलंबन नियमों के विरूद्ध नहीं किया गया है। हालांकि विधायकों के निलंबन को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष दोनों ने सदन की मर्यादा को भंग करने वाली घटना पर खेद जताया और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से विधायकों के निलंबन के फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया। ऋतु खंडूडी ने इस बाबत कहा कि क्रांग्रेस के विधायकों ने जिस प्रकार सदन की मर्यादा को ताक पर रखते हुए दस्तावेजों को फाड़कर पीठ की और उछाला उससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है और ये सब बिल्कुल भी क्षमायोग्य नहीं था। इसलिए विधायकों के इस अशिष्ट आचरण के लिए उन पर जो निलंबन की कार्यवाही की गयी वो नियमानुसार और उचित थी। साथ ही इस बाबत उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधायकों के निलंबन को वापस लेने संबंधी प्रस्ताव को भी अस्वीकार कर दिया। बीते बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। निलंबन के कारण कांग्रेस के विधायक सदन में उपस्थित नहीं थे। थोड़ी देर बाद अध्यक्ष फिर आयीं और पहली मद को पढ़ा जिसके बाद सदन को पुनः पन्द्रह मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच बैठक हुई। जिसके बाद 11ः30 बजे सदन की कार्यवाही को सुचारू किया गया। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदन की गरिमा कायम रखने को कहा गया।