उत्तराखंड, देहरादून : प्रदेश में किसानों की मांगों को लेकर कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी खेती के दर्द से तिलमिलाया हुआ है। आज किसान अपने सड़े हुए गन्ने के साथ देहरादून की सड़कों पर हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में इन्हीं किसानों को ₹8000 प्रति बीघा मुआवजा मिला था। आज ₹1100 प्रति बीघा मुआवजा मिल रहा है। किसान मांग कर रहा है यह कम से कम 10000 रूपए बिघा होना चाहिए। आपदा पीड़ित किसानों का मुआवजा। दूसरी मांग है कि गन्ना हमारी किसानी का मुख्य आधार है। किसानों की मांग है कि आप गन्ने की खरीद को ₹400 प्रति कुंतल से ज्यादा करो। 6 महीने का बिजली पानी माफ करो। जो कर्ज लिया है उसकी वसूली स्थगित करो और ब्याज माफ करो और इकबालपुर चीनी मिल का 100 करोड़ रूपया का जो आपने वादा किया था वह तीन-चार करोड़ रुपए के भुगतान के बाद ही आपके कदम थम गए। उन कदमों को आगे बढ़ाकर इकबालपुर चीनी मिल पर जो किसानों का बकाया है उन्हें भुगतान करें। यह चार प्रमुख मांगे स्पष्ट तौर पर सरकार से है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा 20 अक्टूबर तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो किसान देहरादून को भी जाम करने आएंगे। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों को भी जाम करने पर मजबूर होंगे।