देहरादून, लगातार गिरते तापमान और खराब मौसम ने प्रदेशवासियों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है. सूर्यदेव के दर्शन भी दुर्लभ हो चुके हैं. जिससे मौसम में ठंडक और बढ़ गयी है. प्रदेश में एक ओर जहां मैदानी क्षेत्रों में बारिश हो रही है. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल उत्तराखण्ड को कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिलने वाली ऐसे में बिजली की खपत काफी बढ़ गयी है. लोगों का घरों में गीजर व हीटर का इस्तेमाल बढ़ गया है। लेकिन ऐसे जाड़े के दिनों में उर्जा निगम की ओर से घरों की बिजली सप्लाई में कटौती की जा रही है। ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्र बिजली की कमी से जूझ रहे हैं। हालांकि उर्जा निगम ने इसे लेकर केन्द्र से अतिरिक्त उर्जा की मांग की थी. इसको देखते हुए केन्द्र की ओर से 400 मेगावाट बिजली प्रतिदिन उपलब्ध कराई गयी लेकिन इसके बावजूद बिजली की कटौती हो रही है। इसको लेकर उर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक अनिल कुमार का कहना है कि जल्द ही बिजली आपूर्ती की समस्या को ठीक कर बिजली आपूर्ती को सुचारू कर लिया जाएगा।
सर्दी के दौरान बिजली उत्पादन के अन्य स्रोत ठप
प्रदेश में सर्दी के मौसम के दौरान जल विद्युत परियोजना से भी बिजली उत्पादन कम हो गया है जलस्तर मे गिरावट आना इसका प्रमुख कारण है। दूसरी ओर पारंम्परिक उर्जा स्रोत कोयला और गैस संकट के कारण इन स्रोतो से भी बिजलीे का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पा रहा है।