उत्तराखंड : लम्बे समय से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रख रहे परिवहन निगम के कर्मचारियों ने आज बुधवार से प्रदेशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया था। लेकिन प्रबंधन से वार्ता के बाद और मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर बेमियादी प्रदेशव्यापी हड़ताल को माहभर के लिए टाल दिया है। निगम कर्मचारियों की मांग है कि राष्ट्रीयकृत व परिवहन निगम के लिए आरक्षित 14 मार्गों पर निजी बसों का संचालन को बंद किया जाए।
लम्बे समय से मांगों पर नहीं हो रही कार्रवाई
परिवहन निगम कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगों को लम्बे समय से टाला जा रहा है साथ ही उनको कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन ही मिल रहा है। संयुक्त मोर्चा ने इस बारे में बताया कि बीते जनवरी माह में निगम कर्मचारियों की प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान परिवहन मंत्री दिवंगत चंदन रामदास व निगम प्रबन्धक के साथ समझौते के तहत उन्होने मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके इतने माह बीत जाने के बाद भी उनकी मांगों पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी। बल्कि उनके साथ धोखा हुआ है, जिसमे राष्ट्रीयकृत मार्गों पर निजी बसों के चलने को परमिट देने की अधिसूचना जारी कर दी गयी। जिसपर निगम की बसें चला करती थीं।