सेना से रिटायर राजेश युवाओं को दे रहे नि:शुल्क अग्निवीर का प्रशिक्षण

देहरादून, एक ओर जहां लोग नौकरी से रिटायर होने के बाद दौड़ धूप से दूर अपने परिवार के संग जीवन हंसी खुसी बिताते हैं। वहीं कई लोग ऐसे भी होते हैं जो रिटायरमेंट के बाद भी समाज के लिए कुछ अच्छा करने के उद्देश्य की चाह रखते हैं और उसमें निरंतर निस्वार्थ भाव से लगे रहते हैं। ऐसे ही एक शक्स है, राजेश सेमवाल जो सेना से रिटायर होने के बाद भी अपना आरामदायक जीवन छोड़ युवाओं को भर्ती के लिए तैयार कर रहे हैं। इसके लिए वह युवाओं से कोई शुल्क भी नहीं ले रहे हैं। बल्कि इनपर होने वाले खर्चों को वह खुद ही वहन करते हैं। ‘वंदे मातरम एजुकेशन ट्रेनिंग फाउंडेशन’ बना दिया सैकड़ों युवाओं को प्रशिक्षण राजेश सेमवाल पूर्व में सेना में थे सत्रह साल सेवा देने के बाद उन्होंने रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपने पैतृक जिले उत्तरकाशी के पुरोला में ही भर्ती के इच्छुक प्रशिक्षुओं को निशुल्क प्रशिक्षण देना शुरू किया।
अब तक उनके द्वारा प्रशिक्षित कई सारे युवा पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों में शामिल हो चुके हैं। साथ ही जो निशुल्क प्रशिक्षण शिविर को वे वर्ष 2020 से चला रहे हैं। इसके लिए वे अब तक स्वयं के 40 लाख रुपये से अधिक लगा चुके हैं। उनके इस कार्य को देखते हुए गढ़ी कैंट में सेना गढ़वाल राइफल्स के कमान अधिकारी कर्नल गौरव सिंह ने भी उनकी प्रशंसा की और विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित वीर सैनिक गब्बर सिंह की प्रतिमा प्रदान करते हुए सम्मानित किया।

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