देहरादून, लगातार धरती में समाता उत्तराखण्ड के जोशीमठ को अब केन्द्र के राहत पैकेज की दरकार है जिससे इस भू धसाव की आपदा से जूझते जोशीमठ और वहां के जनजीवन को इस आपदा से बाहर निकाला जाए और जोशीमठ जैसे एतिहासिक और धार्मिक शहर का पुननिर्माण और वहां के जीवन को फिर से मूल रूप में लाने का प्रयास किया जा सके। जोशीमठ को लेकर केन्द्र सरकार ने भी गंभीरता दिखाई है और कहा है कि जोशीमठ के लिए केन्द्र हर संभव मदद राज्य की करेगा। इसके बाद राज्य सरकार ने जोशीमठ को लेकर कैबिनेट बैठक कर निर्णय लिया कि जोशीमठ के लिए राहत पैकेज का आंकलन कर उसे केन्द्र को राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजना चाहिए। जोशीमठ में हुए विस्थापन और नुकसान के मद्देनजर रखते हुए राज्य सरकार राहत पैकेज के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी।
हजार करोड़ से अधिक का हो सकता है राहत पैकेज
जोशीमठ में हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन के सचिव डा रंजीत कुमार सिन्हा ने जोशीमठ के जिलाधिकारी को सर्वे का कार्य जल्द ही पूरा करने को कहा है। जिससे रिपोर्ट तैयार कर त्वरित तौर से राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र को भेज आपदा से उभरने में तेजी लायी जा सके। जोशीमठ में प्रभावितों के लिए पुनर्वास के लिए जो केन्द्र को राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजा जाना है उसकी धनराशि करीब एक हजार करोड़ से ज्यादा बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि सप्ताह भर में इसकी रिपोर्ट तैयार कर केन्द्र को भेज दी जाएगी।
जोशीमठ में हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन के सचिव डा रंजीत कुमार सिन्हा ने जोशीमठ के जिलाधिकारी को सर्वे का कार्य जल्द ही पूरा करने को कहा है। जिससे रिपोर्ट तैयार कर त्वरित तौर से राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र को भेज आपदा से उभरने में तेजी लायी जा सके। जोशीमठ में प्रभावितों के लिए पुनर्वास के लिए जो केन्द्र को राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजा जाना है उसकी धनराशि करीब एक हजार करोड़ से ज्यादा बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि सप्ताह भर में इसकी रिपोर्ट तैयार कर केन्द्र को भेज दी जाएगी।