उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में मंत्रियों और विधायकों की दबंगई थम नहीं रही है। पहले कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से अपनी ही विधानसभा में युवक की पिटाई का मामला सामने आया और अब ऐसी ही दबंगई कांग्रेस के द्वाराहाट से विधायक मदन बिष्ट की सामने आई है। दअरसल कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट का एक वीडियो खुब वायरल हो रहा है। इसमें वह इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. केकेएस मेर को धमकाते और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे हैं। निदेशक की पत्नी के वीडियो बनाने पर नाराजगी जताते हुए सत्ताधारी पार्टी और सीएम के खिलाफ भी अभद्रभाषा का इस्तेमाल करते हुए वायरल वीडियो में नजर आए। वहीं डॉ. केकेएस मेर की तहरीर पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं विधायक मदन बिष्ट ने भी प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए निदेशक के खिलाफ तहरीर दी है। हालांकि विधायक की तहरीर पर केस दर्ज नहीं हुआ है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद बीजेपी कांग्रेस आमने सामने है। भाजपा जहां कांग्रेस विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है तो कांग्रेस बीजेपी को प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी जैसे तमाम नेताओ की दबंगई याद दिला रही है। वहीं विधायक मदन बिष्ट का आरोप है कि उन्होने छह बार डॉ. केकेएस मेर को फोन किया लेकिन उन्होने कोई रिस्पॉन्स नहीं किया…वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी विधायक मदन बिष्ट के बहाने प्रदेश की नौकरशाही पर हमला किया है। उन्होंने अधिकारियों पर सीधे तौर पर विपक्षी नेताओं के फोन नहीं उठाने और उन्हें सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मलाईदार और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारी इस सोच के साथ विपक्षी नेताओं के फोन नहीं उठाते कि कहीं सरकार में बैठे हुए लोग उनसे नाराज नहीं हो जाएं। सवाल ये है कि आखिर कब उत्तराखंड में जनप्रतिनिधियों की दबंगई बंद होगी और क्या फोन ना उठाने पर ऐसे ही अधिकारियों के घर जाकर उन्हें धमकाया जाएगा
उत्तराखंड में मंत्रियों और विधायकों की दबंगई थम नहीं रही है। पहले कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से अपनी ही विधानसभा में युवक की पिटाई का मामला सामने आया और अब ऐसी ही दबंगई कांग्रेस के द्वाराहाट से विधायक मदन बिष्ट की सामने आई है। दअरसल कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट का एक वीडियो खुब वायरल हो रहा है। इसमें वह इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. केकेएस मेर को धमकाते और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे हैं। निदेशक की पत्नी के वीडियो बनाने पर नाराजगी जताते हुए सत्ताधारी पार्टी और सीएम के खिलाफ भी अभद्रभाषा का इस्तेमाल करते हुए वायरल वीडियो में नजर आए। वहीं डॉ. केकेएस मेर की तहरीर पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं विधायक मदन बिष्ट का आरोप है कि उन्होने छह बार डॉ. केकेएस मेर को फोन किया लेकिन उन्होने कोई रिस्पॉन्स नहीं किया….
वहीं कांग्रेस विधायक की दबंगई सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है….भाजपा जहां कांग्रेस विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है तो वहीं कांग्रेस बीजेपी को प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी जैसे तमाम नेताओ की दबंगई याद दिला रही है। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस विधायक के हंगामा और गाली गलौज को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ सदन में विधायक विशेषाधिकार हनन पर चिंता जताते हैं और दूसरी तरफ खुलेआम असंसदीय आचरण कर रहे हैं.
कुल मिलाकर चुनावी साल में विधायक मदन बिष्ट की दबंगई ने अपनी और अपनी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है। सवाल ये है कि आखिर कब जनप्रतिनिधियों की दंबगई खत्म होगी….आखिर क्यों ऐसे जनप्रतिनिधियों पर कारवाई नहीं की जाती….आखिर क्यों दिन प्रतिदिन राज्य के जनप्रतिनिधि अपनी मर्यादाओं को भूल रहे हैं