देहरादून, दूध एक एक उत्पाद है जिसकी मांग प्रतिदिन होती है। दूध की पौैष्टिकता को देखते हुए इसे सम्पूर्ण आहार में भी शामिल किया गया है। यही कारण है अधिकांश लोग अपने बच्चों के लिए दूध को प्राथमिकता देते हैं। जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकाश ठीक से हो सके। लेकिन क्या हो अगर आपके दूध में मिलावट हो। इसको लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में बीते दिन खाद्य विभाग की जांच में आंचल दूध के सैम्पल की जांच की गयी। जिसमें ये सैम्पल फेल पाये गये। इस सैम्पल में तय मात्रा से अधिक मेलामाइन पाया गया। जिसके कारण खाद्य प्रयोगशाला में इन सैंपलों को फेल कर दिया गया और इन्हे असुरक्षित श्रेणी में रखा गया। हालांकि विगत वर्ष में भी खाद्य विभाग ने दुग्ध गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल लिए थे, जिसमें आंचल दूध के सैंपल सही पाए गये। लेकिन इस बार गुणवत्ता की जांच में आंचल दुग्ध के सैंपल फेल हो गए। आपको बता दें कि आंचल के पैक्ड दूध के सैंपल में पीपीएम मेलामाइन 0,08 अधिक पाया गया, जबकि फूड प्रोडक्ट स्टैंडर्ड एंड फूड एडिटिव रेगुलेशन 2011 के तहत 2,50 पीपीएम तक होना चाहिए। लेकिन लिए गए सैंपल की रिपार्ट में 2,58 पीपीएम मिला है। जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस पर आंचल को नोटिस भेजा। बावजूद तय सीमा 30 दिन तक कंपनी की ओर से अपील न आने पर अब कंपनी के विरूद्ध आगे की कार्रवाई की जा रही है।