देहरादून, बीते समय में निरंन्तर आयोगों द्वारा करायी जा रही भर्ती परीक्षाओं में धांधली के मामले सामने आने और फिर परिक्षाओं के निरस्त हो जाने से लम्बे समय से राजकीय पदों पर रोजगार का सपना संजोंये राज्य के युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा. जिससे आक्रोशित युवाओं ने सड़क पर हजारों की संख्या में उतरकर अपना आक्रोश दिखाया इस दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज भी की गयी थी। साथ की कई युवाओं पर मुकदमें भी दर्ज किये गये थे। अब इन युवाओं के भविष्य को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन पर लगे मुकदमे वापस लेने का निर्णय लिया है। इस बाबत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन में घोषणा की कि जो युवा भर्ती परीक्षाओं में भाग लेंगे उनपर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जायेगा। बीते गुरुवार को गैरसैंण में आयोजित बजट पर चर्चा के दौरान उन्होंने यह कहा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश की सरकार युवाओं के लिए समर्पित है। और वे सदैव युवाओं के हित में ही फैसले लेती है। यही वजह है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले नकल माफियाओं पर सरकार ने अपना सख्त रूप दिखाते हुए कड़ी कार्यवाही की उनको जेेल भी भेजा गया। इस धांधली में शामिल साठ से अधिक आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। साथ ही भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए सरकार देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानूून भी लेकर आयी है। अब आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित किया जा रहा है।