गायों की दुर्दशा पर करणी सेना ने किया हंगामा, पानी की टंकी में चढ़कर जताया विरोध

डिजिटल डेस्क- उत्तराखंड के रामनगर नगर क्षेत्र में आवारा गायों और बैलों की लगातार बढ़ती संख्या और उनकी दुर्दशा को लेकर शनिवार को करणी सेना युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान करणी सेना युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी अपने सहयोगियों के साथ कोटद्वार रोड स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए और नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय से नगर क्षेत्र की सड़कों पर आवारा गाय और बैल खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई बार नगर पालिका प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। नगर पालिका प्रशासन ने भले ही कुछ गायों को पकड़कर गौशाला भेजने और पशु स्वामियों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की हो, लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।

पहले भी दे चुके हैं ज्ञापन

प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी ने आरोप लगाया कि एक सप्ताह पूर्व भी नगर पालिका प्रशासन को ज्ञापन देकर आवारा गायों और बैलों को पकड़कर गौशाला भेजने की मांग की गई थी, लेकिन प्रशासन ने केवल औपचारिकता निभाई और कुछ ही पशुओं को पकड़ा। उन्होंने कहा कि नगर पालिका की लापरवाही के कारण कई गायें दुर्घटनाओं का शिकार हो रही हैं जो बेहद गंभीर स्थिति है। घटना की सूचना मिलने पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल मौके पर पहुंचे और टंकी पर चढ़े प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। ईओ आलोक उनियाल ने आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर नगर क्षेत्र में एक बड़ा अभियान चलाकर सभी आवारा गायों और बैलों को पकड़कर गौशाला भेजा जाएगा,साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी पशु स्वामी अपने पशु को सड़कों पर छोड़ेगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

मांगें पूरी न होने पर होगा उग्र आंदोलन

करीब डेढ़ घंटे तक चले इस हंगामे के बाद करणी सेना के पदाधिकारी टंकी से नीचे उतरे, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय सीमा के भीतर नगर पालिका प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। यह घटना एक बार फिर नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं की गंभीर समस्या को उजागर करती है,जहां एक ओर यह बेजुबान जानवर सड़कों पर असुरक्षित घूम रहे हैं वहीं दूसरी ओर यह स्थिति राहगीरों और वाहन चालकों के लिए भी खतरा बनी हुई है,अब देखना होगा कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा किया गया वादा हकीकत में कब तक पूरा होता है।