जोशीमठ : घरों में दरारों के पड़ने से आपदाग्रस्त जोशीमठ के लोगों को अब राहत पैकेज की दरकार है। क्षेत्र में प्रभावित लोगों के पुनर्वास और पुनः निर्माण के कार्यों को गति देने के लिए, क्षेत्र का सर्वे कार्य पुरजोर पर है। लगभग क्षेत्र का सर्वे कार्य पूरा हो चूका है। जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। साथ ही सरकार को केंद्र से जोशीमठ के लिए जो राहत पैकेज चाहिए, उसमे भी तेजी लायी जा रही है। सीएम धामी की अध्यक्षता में पूर्व में जोशीमठ को लेकर मंत्रिमंडल की बैठक हुई। जिसमें केंद्र को राहत पैकेगे का प्रस्ताव भेजने का फैसला किया गया। राहत पैकेज कितना होना है इसे लेकर जिला प्रशासन को भवनों की क्षति और पुनर्वास का आंकलन कर सर्वे रिपोर्ट को तैयारी करने को कहा गया। अब लगभग सर्वे कार्य पूरा हो गया है इसलिए राहत पैकेज को लेकर 10 अप्रैल को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसे रखा जायेगा। कैबिनेट से पास होने के बाद प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जायेगा।
प्रस्ताव को दिया जायेगा अंतिम रूप
जोशीमठ को राहत पहुँचाने को लेकर सोमवार को इसे लेकर आपदा प्रबंधक सचिव और मुख्य सचिव डा एस एस संधु के बीच वार्ता हुई। बताया जा रहा है कि जोशीमठ को लेकर राहत पैकेज करीब ढाई से तीन हजार करोड़ का हो सकता है। इसे लेकर शासन स्तर पर गंभीरता से विचार विमर्श चल रहा है। सूत्रों के अनुसार आज एनडीएमए कि बैठक दिल्ली में प्रस्तावित है। इसमें जोशीमठ में जाँच को लेकर जाँच संस्थानों के प्रतिनिधियों से उनकी रिपोर्ट पर विचार विमर्श किया जायेगा।