देहरादून, उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओँ में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। मौसम की दुश्वारियों के बावजूद यात्रियों का उत्साह कम नहीं हो रहा है। श्रद्धालुओं के ताजा रजिस्ट्रेशन की बात करें तो अब चारधाम यात्रा के लिए 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। वहीं केदारनाथ धाम में हो रही बर्फबारी के चलते सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए नए पंजीकरण पर फिल्हाल 15 मई तक रोक लगा दी है। हांलाकी पहले रजिस्ट्रेशन करा चुके श्रद्धालुओं को दर्शन करने दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने 13 मई से बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बर्फबारी की वजह से सरकार के सामने श्रद्धालुओँ को दर्शन कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है….वहीं विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए कोई तैयारी नहीं की है। श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सत्तापक्ष ने विपक्ष के इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओँ में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। मौसम की दुश्वारियों के बावजूद यात्रियों का उत्साह कम नहीं हो रहा है। श्रद्धालुओं के ताजा रजिस्ट्रेशन की बात करें तो अब चारधाम यात्रा के लिए 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। वहीं केदारनाथ धाम में हो रही बर्फबारी के चलते सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए नए पंजीकरण पर फिल्हाल 15 मई तक रोक लगा दी है। वहीं चारधाम की यात्रा में आए श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें ठहरने के लिए एक एक कमरा 10 हजार रुपए से अधिक का मिल रहा है। पीने के पानी के साथ ही अन्य सामानों पर दुकानदार ज्यादा चार्ज वसूल रहे हैं
एक तरफ जहां श्रद्धालुओं में चारधाम यात्रा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है….तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने 13 मई से बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बर्फबारी की वजह से सरकार के सामने श्रद्धालुओँ को दर्शन कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है….मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वह मौसम और पैदल मार्ग का जायजा लेकर ही आगे की यात्रा करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए कोई तैयारी नहीं की है। श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कुल मिलाकर श्रद्धालुओ में चारधाम यात्रा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले वर्ष 46 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारोधामों के दर्शन किए थे…जबकि इस वर्ष मई महीने में ही 27 लाख का आंकड़ा पार हो चुका है। जो ऐतिहासिक है….सवाल ये है कि आखिर सरकार कैसे मौसम की मार के बीच सरकार इतने श्रद्धालुओं को दर्शन करा पाएगा….आखिर क्यों सरकार मुनाफाखोरी पर रोक नहीं लगा रही।