देहरादून, उत्तराखंड में गैरसैँण पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है.दअरसल आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण में भरारीसैंण विधानसभा के बाहर अपने कार्यकर्ताओं संग मौन वृत रखा हरीश रावत का कहना है कि बीजेपी सरकार लगातार गैरसैंण की उपेक्षा कर रही है सरकार ने अबतक एक भी सत्र गैरसैंण में आयोजित नहीं किया है. सरकार ठंड से बचने के लिए गैरसैँण में सत्र नहीं कर रही है जिसके विरोध में आज उन्होने अपने कार्यकर्ताओँ संग मौन वृत रखा है। वहीं बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार गैरसैँण को लेकर गंभीर है लेकिन हरीश रावत को मीडिया में छाने की आदत है
उत्तराखंड की सियासत में एक बार फिर से गैरसैँण के मुद्दे पर सियासत शुरू हो गई है… आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण में भरारीसैंण विधानसभा के बाहर अपने कार्यकर्ताओं संग मौन वृत रख राज्य सरकार को जमकर घेरा. हरीश रावत का कहना है कि बीजेपी सरकार लगातार गैरसैंण की उपेक्षा कर रही है सरकार ने अबतक एक भी सत्र गैरसैंण में आयोजित नहीं किया है. सरकार को ठंड लग रही है और ठंड से बचने के लिए सरकार गैरसैँण में सत्र नहीं कर रही है जिसके विरोध में आज उन्होने अपने कार्यकर्ताओँ संग मौन वृत रखा है।
आपको बता दें कि चार मार्च 2020 को गैरसैंण में विधानसभा सत्र के दौरान तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। कांग्रेस का आरोप है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद बीजेपी ने तब से गैरसैंण में एक भी सत्र आहूत नहीं किया वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि राज्य सरकार गैरसैँण को लेकर गंभीर है लेकिन हरीश रावत को मीडिया में छाने की आदत है इसलिए कांग्रेस इस तरह के आरोप लगा रही है
कुल मिलाकर उत्तराखंड में गैरसैँण के मुद्दे पर सियासत होना कोई नई बात नहीं है…हर साल सत्र से पहले इस पर खूब सियासत होती है और उसके बाद सब शांत बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही दल गैरसैँण की चिंता तो करते हैं लेकिन जब विपक्ष में होते हैं मौजूदा समय में बीजेपी की सरकार सत्ता में है लेकिन पिछले कुछ सत्र गैरसैँण में ना कराना चिंता का विषय है ऐसे में अब सबकी निगाहे उत्तराखंड के मौजूदा बजट सत्र पर टिकी है देखना होगा क्या धामी सरकार मौजूदा बजट सत्र को गैरसैँण मे कराएगी या नहीं