देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार ही देश के मंदिरों दिव्य और भव्य रूप देने की बात करते हैं और अपने इसी विजन के तहत पीएम मोदी देश के अनेक मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए मंदिरों में मास्टर प्लान भी चला रहे हैं।
उत्तराखंड में भी केदारनाथ मास्टर प्लान का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। और इसी के साथ बद्रीनाथ मास्टर प्लान की पूरी रूपरेखा तैयार है जिसे अब धरातल पर उतारने की तैयारी है।
पर्यटन विभाग ने बद्री केदार के बाद अब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी मास्टर प्लान तैयार करेगा। दोनों धामों में श्रद्धालुओं की सुविधा को बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
पर्यटन विभाग ने कंपनियों से प्लान तैयार करने के प्रस्ताव मांगे हैं। वहीं इन दोनों धामी में अनेक मंदिर क्षेत्रों के एकीकृत विकास को काॅन्सेप्ट प्लान, मास्टर प्लान के साथ ही डीपीआर तैयार किये जाने को कंसल्टेंसी फर्म का चयन किया जाएगा।
अभी भी गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में सुविधाओं का अभाव है। वाहन पार्किंग,आवसीय सुविधा सड़क से पैदल मार्ग के साथ ही मार्ग में विश्राम स्थल के साथ ही आसपास के क्षेत्रों के क्षेत्रों केा अभी विकसित नहीं किया जा सका है।
इस मास्टर के जरिये प्रदेश सरकार इन दोनों मंदिरों को भव्य रूप देने की तैयारी में है। ताकि इन दोनो धामो में आधारभूत ढांचा मजबूत किया जा सके।
एक और अभी इन दोनों धामों में बद्री-केदार की तुलना में बहुत कम श्रद्धालु ही दर्शन के लिए पहुंचते है जिसके चलते राज्य सरकार की ओर से इन धामेा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या केा भी सीमित किया गया है।
यात्रा का पंजीकरण भी उसी के अनुरूप ही किया तय जाता है। इन धामो में श्रद्वालुअेा के ठहरने कि व्यवस्था भी बद्री-केदार के मुकाबले काफी कम है। इन सभी छोटी-छोटी व्यवस्थाओ केा ही नए मास्टर प्लान में सुदृढ करने की कोशिश सरकार कर रही है।