एक और जहां बेरोजगारों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। प्रतीयोगी परीक्षाओं में युवाओं का काॅम्पटीशन बढ़ता जा रहा है। वहीं बेरोजगारों से ठगी करने वाले गिरोह ने बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करके लाखों रूपये भी कमाते रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला आया है जिसमें एक संविदा कर्मी को बेरोजगारों से लाखों रूपये की ठगी करने के जुर्म में गिरफतार किया गया है। आरोपी को राजधानी देहरादून के सहसपुर से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि नेहरू काॅलौनी थाने में पीड़ित युवक रविन्द्र सिंह राणा निवासी उत्तरकाशी ने ठगी की शिकायत दर्ज करवाई। पीड़ित ने बताया कि बीते दो साल पूर्व उसका जाखणीधार, टिहरी गढ़वाल निवासी नरेश दत्त नाम के व्यक्ति से सम्पर्क हुआ। जिसका वर्तमान निवास सहसपुर में है। पीड़ित को कहा कि उसकी पहचान महिला से है जो जाॅब कंसलटेंसी एनजीओ चलातीं है, उनकी पहचान बड़े अधिकारियों से हैं और वे उनकी वीपीडीओ में भर्ती करवा सकती है जिसके लिए उसे पैसे देने होंगे। आरोपी ने भर्ती की एवज में 15 लाख की रकम मांगी जिसमें एडवांस में तीन लाख मांगे और बाकी रुपये नौकरी लगने के बाद देने को कहा। नौकरी के लालच में आकर नरेश के जरिये कल्पना पाल को एडवांस रकम दे दी। लेकिन परिणाम जारी होते ही नाम नही आया। जब रविन्द्र सिंह राणा ने इसके बारे में आरोपित नरेश से पूछा तो उसने किसी ओर भर्ती में कराने की बात कहीं। लेकिन वे इस बात को टालता रहा और पैसे नहीं दिये। जिसके बाद पीड़ित रविन्द्र ने थाने मे शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने आरोपी नरेश के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज कर सहसपुर से गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस आरोपी महिला को गिरफ्तार करने के लिए गयी तो उसे पता चला कि महिला की कुछ दिन पूर्व ही डिलीवरी हुई जिस वजह से वे अस्पताल में भर्ती है। जिस कारण उसे गिरफ्तार नहीं किया गया।