देहरादून, लम्बे समय से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे कर्मचारियों ने बीते रविवार को प्रदर्शन कर सरकार के विरूद्ध रोष जताया। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने कई बार पुरानी पेंशन बहाली के लिए अनुरोध करने के बाद भी सरकार उनकी मांग की सुध नहीं ले रही। कर्मचारियों ने कहा कि नयी पेंशन से उनके सेवानिवृत होने के बाद घर चलाना मुश्किल हो जायेगा। इसका प्रभाव राज्यभर के लगभग अस्सी हजार कर्मचारियों पर पड़ेगा। इसके साथ ही आक्रोशित कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांग को माना नहीं गया तो वे आगामी लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा भुगतने को तैयार रहे। प्रदर्शन में पुरानी पेंशन बहाली के लिए राज्यकर विभाग, उत्तराखण्ड सचिवालय, आइटीआइ कर्मचारी, उत्तराखण्ड विधानसभा आदि देहरादून के परेड ग्राउंड में जुटे। यहां से वे कचहरी के शहीद स्मारक में पहुंच राज्य आंदोलन के बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए अपना आक्रोश जताया। कर्मचारी संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वे राज्य कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रही है। कर्मचारियों द्वारा लगातार मांग करने के बाद भी सरकार को कर्मचारियों के भविष्य की चिंता नहीं है। उन्होने कहा कि पंजाब, राजस्थान, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, हिमाचल पेंशन जैसे राज्यों ने पुरानी पेंशन को लागू किया है। लेकिन उत्तराखण्ड की सरकार इससे हमेशा से ठंडे बस्ते में डालती आयी है।