उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड चारधाम की यात्रा 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होने जा रही है जिसकी तैयारियों में संबंधित विभाग जुटे हुए हैं वही दूसरी ओर चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। धामी सरकार भी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर जोर दे रही है इसके साथ ही राज्य सरकार, चारधाम मंदिर के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करने पर भी जोर दे रही है ताकि चारधाम यात्रा के शुरुआती दौर में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।चारधाम यात्रा के लिए 20 मार्च से श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है जिसके चलते 06 लाख से अधिक श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं वहीं, तैयारियों के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा चारधाम यात्रा के तैयारियों की वो खुद समीक्षा कर रहे हैं।सरकार चारधाम यात्रा को और व्यवस्थित करने के लिए चारधाम यात्रा प्राधिकरण का गठन करने जा रही है जो चारधाम यात्रा को विधिवत संचालित करेगी। इसके साथ ही चार धाम देवालयों के आसपास के जो स्थान है उसको भी डेवलप करने पर विचार चल रहा हैं। वही चारधामों में कई बाध्यताओं को लेकर चारधाम से जुड़े व्यपारियो ने सरकार को पत्र लिख अपनी नाराजगी भी जताई है जिसमे रजिस्टेशन ,बाहरी वाहनों के आगमन ,आधार लिकिंग बाध्यताओं से सम्बंधित समस्या है दूसरी ओर चारधाम यात्रा पर विपक्ष का कहना है कि सरकार सिर्फ हवा-हवाई बात करती है धरातल पर कुछ भी देखने को नही मिलता।
आपको बता दे चारधाम यात्रा का आगाज 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हो जाएगा। दो मई को केदारनाथ और चार मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। इस बार प्रदेश सरकार ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान भी शुरू कर रही है। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू हो गए है वही तीर्थ यात्रियो के इस बार आधार प्रमाणित पंजीकरण किए जाएंगे तीर्थयात्री को पंजीकरण करते समय आधार कार्ड की डिटेल देना अब जरूरी कर दिया गया है। यात्रा के लिए इस बार 60 प्रतिशत पंजीकरण ही ऑनलाइन होंगे, जबकि 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन किए जाएंगे। इस व्यवस्था से बिना पंजीकरण आने वाले तीर्थ यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिए इस बार प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में कई सुधार करने जा रही है। इससे श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज मिलेगा। आपातकालीन सेवा के लिए 154 एंबुलेंस, हेलिकॉप्टर व बोट एंबुलेंस की तैनाती की जाएगी। ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल से स्वास्थ्य निगरानी की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि केदारनाथ में 17 बेड और बदरीनाथ में 45 बेड का अस्पताल संचालित किया जाएगा। जो तीर्थ यात्रियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। जिससे श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
आपको बता दे इस साल प्रशासन ने यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए कई नई व्यवस्थाएं लागू की हैं वहीं यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए परिवहन विभाग टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ लगातार बैठक कर रहा है वहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार ने कहा कि पिछले कई सालों से हम सभी मुख्यमंत्री से मुलाकात करके यह आग्रह कर रहे थे कि चार धाम यात्रा पर जाने वाली बाहरी गाड़ियों की गाड़ी फिटनेस मात्र 15 दिनों की दी जाए इस पर मुख्यमंत्री और चार धाम यात्रा के नोडल अधिकारी सुनील शर्मा ने विश्वास दिलाया है कि इसी प्रकार की व्यवस्था की जाएगी आगे उन्होंने कहा कि सरकार ने विश्वास दिलाया कि वे उत्तराखंड में गाड़ी चलाने वाले लोगों के रोजगार के लिए प्रतिबद्ध है।
अगर आप भी चारधाम आ रहे है तो आपको बता दे कि चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन होता है. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य किया है, जिससे कि श्रद्धालु निर्धारित तिथि पर दर्शन का लाभ उठा सकें. इच्छुक यात्री registrationandtouristcare.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड के जरिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.हालांकि बीते कुछ सालो से चारों धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है यही वजह हे की सरकार यात्रा को और बेहतर करने लिए अभी से कड़े नियमो के साथ यात्रा को करने में जुटी हे ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं को कोई समस्याएं न आए।