देहरादून, उत्तराखँड में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी कांग्रेस तैयारियों में जुटे हुए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेसी कर्नाटक में मिले प्रचंड बहुमत से उत्साहित है. तो वही दूसरी ओर कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद उत्तराखंड में भी भाजपा को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। इसी के तहत उत्तराखंड में अब भाजपा अपनी रणनीति में बदलाव की तैयारी में है। भाजपा का लक्ष्य है कि आगामी चुनावों में 51 मत हासिल करने का पुख्ता प्लान बनाया जाए। इस मुद्दे पर देहरादून में 19 और 20 मई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मंथन होगा। इसके साथ ही भाजपा इस बात को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है कि यदि सभी विपक्षी दल एक साथ आए तो स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है। ऐसे में पार्टी पूरा फोकस मत प्रतिशत बढ़ाने पर करने जा रही है। वहीं खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने उत्तराखंड आ सकते हैं……बताया जा रहा है कि जून में पीएम मोदी की उत्तराखंड में एक बड़ी रैली होगी हांलाकि कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी का अब कोई भी दांव काम नहीं आने वाला है जनता अच्छे दिनों के नारे को भलिभांती समझ चुकी है। आज इसी मुद्दे पर करेंगे की क्या कर्नाटक चुनाव के नतीजे से ही ये मान लिया जाए कि मोदी मैजिक खत्म हो गया है
उत्तराखँड में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी कांग्रेस तैयारियों में जुटे हुए हैं। वहीं खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने उत्तराखंड आ सकते हैं……बताया जा रहा है कि जून में पीएम मोदी की उत्तराखंड में एक बड़ी रैली होगी….मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से गहरा लगाव है। राज्य की जनता प्रधानमंत्री के उत्तराखंड आने के लिए बेसब्री से इंतजार करती है.. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए डेढ़ लाख करोड़ से अधिक की योजनाए दी है जो की ऐतिहासिक है…. वहीं कांग्रेस का दावा है कि प्रधानमंत्री की जनसभा से बीजेपी को कोई लाभ नहीं होगा….जनता अच्छे दिनों के नारे को भलिभांती समझ चुकी है।
एक तरफ जहां भाजपा प्रधानमंत्री की उत्तराखँड में विशाल जनसभा कराने की तैयारियों में लगी हुई है तो वहीं दूसरी ओर कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद उत्तराखंड में भाजपा अपनी रणनीति में बदलाव की तैयारी में है। भाजपा का लक्ष्य है कि आगामी चुनावों में 51 मत हासिल करने का पुख्ता प्लान बनाया जाए। इस मुद्दे पर देहरादून में 19 और 20 मई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मंथन होगा। इसके साथ ही भाजपा इस बात को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है कि यदि सभी विपक्षी दल एक साथ आए तो स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है। ऐसे में पार्टी पूरा फोकस मत प्रतिशत बढ़ाने पर करने जा रही है। इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन जन पहुंचाने की भी पार्टी तैयारी कर रही है
कुल मिलाकर 24 के दंगल को फतह करने के लिए बीजेपी-कांग्रेस अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इनसबके बीच कर्नाटक चुनाव के आए नतीजों ने सभी दलों को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। सवाल ये है कि क्या कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत को उत्तराखंड में कांग्रेस भूना पाएगी….क्या भाजपा की रणनीति में बदलाव पार्टी के हित में होगा….क्या प्रधानमंत्री की रैली से एक बार फिर जनता बीजेपी पर विश्वास करेगी