Knews Desk, उत्तराखंड विधान सभा में दिए मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान और हाल ही में दिए इस्तीफे के बाद से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर देवभूमि से दिल्ली तक राजनीति का बाजार बेहद गर्म हो चला हे उत्तराखंड में इन दिनों सियासी पारा गर्म है तो इसकी तपिश संगठनात्मक चुनाव में भी दिख सकती है. धामी सरकार की कैबिनेट के विस्तार की चर्चाओं के बीच अब बीजेपी के अंदर खाने संगठन में बदलाव की हलचल तेज हो गई है. इसी हफ्ते बेंगलुरु में आरएसएस की होने वाली मीटिंग के बाद कहा जा रहा है कि प्रदेश बीजेपी में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. लिहाजा सबकी नजरें संघ की इस होने वाली बैठक पर भी है. दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बेंगलुरु में 21, 22 और 23 मार्च को होने जा रही है. इसमें लिए गए फैसलों का असर संगठन में भी दिख सकता है. सूत्रों के अनुसार, संगठन महामंत्री जैसे अहम पदों पर भी बदलाव दिख सकता है. फिलहाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का नया चेहरा कौन होगा, इसको लेकर एक तरफ जहां कयासों का बाजार गर्म है, वहीं संगठन में महिलाओं को नेतृत्व देने की चर्चा तेज है. वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कल दिल्ली दौरे को लेकर मंत्री मंडल विस्तार की चर्चा बेहद तेज हो गई है ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है की कैबिनेट के खाली पड़े 5 मंत्री पदों को जल्द भरा जा सकता है जिसकी हरी झंडी का इंतजार बेसबरी से किया जा रहा है वही मुख्य मंत्री सहित प्रदेश अध्यक्ष और कई विधायक दिल्ली में डेरा डाले है सम्भवता जल्द आज देर शाम तक कोई बड़ी सूचना उत्तराखंड भाजपा राजनीति में आ सकती है सवाल कई है मौजूदा अध्यक्ष रिपीट भी हो सकते है, क्या पार्टी में काम व छवि देखकर ही दायित्व दिया जाता है.
मंत्रिमंडल विस्तार,अटकलों का सजा बाजार !
उत्तराखंड में अब मिनिस्टर के पांच पद खाली हो गए। उत्तराखंड कैबिनेट में कुल 12 मंत्री हो सकते है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अकेले 50 से ज्यादा महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे है एक तरफ जहां उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं है तो वहीं कुछ मंत्रियों के हटने की खबरें है जिसमें एक प्रेमचंद अग्रवाल इस्तीफा दे ही चुके हैं। वहीं इसके अलावा अन्य कुछ मंत्रियों के हटने की भी संभावनाएं जताई जा रही थी, लेकिन अब तक प्रेमचंद के अलावा किसी और मंत्री की तरफ से कोई बयान नहीं आया है तो वही नए मंत्रियों में मुन्ना सिंह चौहान,मदन कौशिक, विनोद कंडारी, आशा नौटियाल और शिव अरोड़ा,सुरेश गढ़िया,प्रेम बत्रा, जैसे नेताओं के नाम पर लगातार चर्चा की जा रही है। वही कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के हटने के बाद मैदान के किसी विधायक की भी लॉटरी खुल सकती है।अब इस मामले पर कांग्रेस भी सरकार से खाली पड़े मंत्री पदों को जल्द भरने पर दबाव बना रही है ताकि मुख्य्मंत्री के साथ अन्य विभागों के मंत्रियो से भी कामो को लेकर चर्चा की जा सके।
आपको बता दें पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद धामी कैबिनेट के पाँच पद खाली हो गए हैं माना जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार होने के साथ ही कुछ नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान का कहना है कि मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री के विशेष अधिकार पर निर्भर करता है ओर केंद्रीय नेतृत्व का जैसे ही निर्देश प्राप्त होगा मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
बीजेपी में मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा के गरम बाजार में सरगर्मी ये भी है कि 2027 में अलग रणनीति के तहत पार्टी काम कर रही है, जिसमें युवा और महिलाओं को तरजीह दी जा रही है. केन्द्रीय पर्यवेक्षक जल्द प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर तारीखों का एलान कर सकते हैं. यानि साफ है कि आने वाली 21, 22 और 23 तारीख पॉलिटिकल घटनाक्रम के लिहाज से बेहद खास होने जा रही है. भले ही मीटिंग बंगलरू में हो, लेकिन यहां लिये गये फैसले उत्तराखंड में उठापटक कर सकते है.साथ ही मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा और विधायकों की बढ़ती धड़कने भी लाजमी है।