करंट का कहर, दहशत शहर-शहर !

चमोली , उत्तराखंड के चमोली में नमामि गंगे के तहत बने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट फैलने से 16 लोगों की दुखद मौत….और 11 घायल हो गए….इनमें गंभीर रुप से घायल छह व्यक्तियों को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। जहां सभी घायलों का इलाज चल रहा है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मिली जानकारी के मुताबिक चमोली स्थित जल संस्थान के एसटीपी का चौकीदार गणेश लाल का शव एसटीपी की सीढ़ियो के पास पड़ा हुआ था…इसी बीच गांव के लोगों ने मुआवजे के लिए हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और तीन होमगार्ड घटनास्थल पर पहुंचे…इसके बाद एसटीपी में स्विच आन करते ही पूरे परिसर में अचानक करंट फेल गया….और 26 लोग इसकी चपेट में आ गए…वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी चमोली पहुंचे….मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मृतकों के आश्रितों को पांच पाच लाख रुपए और घायलों को एक एक लाख रुपए राहत राशि देने की भी घोषणा की….वहीं कांग्रेस ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए पूरे प्रदेशभर में सरकार का पुतला दहन किया है। सवाल ये है कि आखिर 16 मौत का गुनहगार कौन है

उत्तराखंड के चमोली में नमामि गंगे के तहत बने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट फैलने से 16 लोगों की दुखद मौत….और 11 घायल हो गए….इनमें गंभीर रुप से घायल छह व्यक्तियों को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। जहां सभी घायलों का इलाज चल रहा है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मिली जानकारी के मुताबिक चमोली स्थित जल संस्थान के एसटीपी का चौकीदार गणेश लाल का शव एसटीपी की सीढ़ियो के पास पड़ा हुआ था…इसी बीच गांव के लोगों ने मुआवजे के लिए हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और तीन होमगार्ड घटनास्थल पर पहुंचे…इसके बाद एसटीपी में स्विच आन करते ही पूरे परिसर में अचानक करंट फेल गया….और 26 लोग इसकी चपेट में आ गए…वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी चमोली पहुंचे….मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। वहीं राज्य के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने चमोली की घटना के मद्देनजर सभी सचिवों को परियोजनाओं, और शासकीय कार्यालयों में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के मानकों का परीक्षण कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के आश्रितों को पांच पाच लाख रुपए और घायलों को एक एक लाख रुपए राहत राशि देने की भी घोषणा की….वहीं कांग्रेस ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए पूरे प्रदेशभर में सरकार का पुतला दहन किया है। कांग्रेस ने सरकार से समयबध्ता के साथ इस मामले की जांच कराए जाने….दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने….साथ ही मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा राशि दी जानी चाहिए

कुल मिलाकर चमोली में हुई दुखद घटना ने 16 जिन्दगिया छिन ली…और अभी कई लोग जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर 16 मौत का गुनहगार कौन है, दूसरा सवाल- जब एक कर्मचारी की करंट लगने से मौत हुई तो क्यों पूरे परिसर की लाईन नहीं काटी गई….तीसरा सवाल जब जल संस्थान के एसटीपी के उपकरण खाक हो चुके थे तो मौके पर पहुंचे इंजीनियरों ने उसपर ध्यान क्यों नहीं दिया……इसके अतिरिक्त शहर शहर में जो जगह जगह खतरे के ट्रांसफार्मर लगे हैं क्या वो हादसे को न्यौता नहीं दे रहे है

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