देहरादून, बीते लम्बे समय से प्रदेश की सरकारी पदों पर हो रही परीक्षाओं में हो रही धांधली और इसमें संलिप्त अधिकारियों और दोषियों पर कार्यवाही को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस सत्ताधारी सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार इस मामले में बड़ी मछलियों पर सिंकजा कसने से कतरा रही है। साथ बीते सप्ताह राजधानी देहरादून के गांधी पार्क में हजारों की संख्या में आया युवाओं के जुलूस को भी कांग्रेस ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि युवाओं की जायज मांग को सरकार जानबूझकर नजरअंदाज करना चाहती है। और भर्ती परीक्षाओं में सीबीआइ की युवाओं की मांग को मानना नहीं चाहती क्योंकि इससे शायद उनके कई नेताओं के नाम भी सामने न आ जायें। साथ ही युवाओं पर लाठीचार्ज को उन्होने धामी सरकार का तानाशाही रवैया बताते हुए जेल भेजे गये बेरोजगारों को छोड़ने की मांग को लेकर मंगलवार को उन्होने प्रदेश मुुख्यालय में धरना दिया। जिसके बाद उन्होंने दोपहर सचिवालय का घेराव को लेकर कूच किया। पुलिस ने कांग्रेस के सचिवालय घेराव को रोकने के लिए करीब सौ मीटर पहलेे बैरिकेडिंग लगायी। जहां पर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गये। करीब एक घंटे के बाद पुलिस ने धरने पर बैठे कांग्रेस के करीब चालीस से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। जिसके बाद निजी मुचलके पर उन्हें छोड़ दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि युवाओं की जायज मांगो को लेकर हुए आंदोलन को जिस प्रकार इस तानाशाही सरकार ने लाठीचार्ज कर रौंदा वो लोकतांत्रिक व्यवस्था के विपरीत है। साथ ही माहरा ने कहा कि कांग्रेस युवाओं के मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है।