उत्तराखंड: राज्य मंत्रीमंडल का फैसला ने छटी से बारहवीं तक छात्रों को मिलेगी छात्रवृति। शिक्षा के क्षेत्र में राज्य निरंतर प्रगति कर रहा है। सरकार भी शिक्षा को और बेहतर बनाने को लेकर कदम उठा रही है। हाल ही में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने अव्वल अंक प्राप्त कर न सिर्फ अपने भविष्य की राह सुदृढ करी है, बल्कि अपने माता-पिता और विद्यालय का नाम भी रोशन किया है। वहीं इसे लेकर राज्य मंत्रीमंडल ने एक अहम निर्णय लिया है। जिसमें अब मेघावी छात्र-छात्राओं को राज्य सरकार की ओर से छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह छात्रवृत्ति प्रतिमाह सात वर्षों तक दी जाएगी। जिससे इन मेधावियों को आर्थिक लाभ मिल सके। साथ ही शिक्षा को भी प्रोत्साहन मिलें।
600 से 1200 तक मिलेंगे प्रतिमाह
बीते दिन सचिवालय में मंत्रीमंडल की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करी। बैठक में शिक्षा को बढ़ावा देने, विद्यालयों में छात्रसंख्या बढ़ाने, बीच में पढ़ाई छोड़ने को रोकने के लिए अशासकीय, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना लाने पर सहमति बनी।
छात्रवृत्ति के लिए 70 प्रतिशत उपस्थिती जरूरी
इस योजना के अन्तर्गत कक्षा पांच उत्तीर्ण विद्यार्थियों को एक छात्रवृत्ति परीक्षा पास करनी होगी। जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों में से ब्लॉकवार 10 प्रतिशत छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी तरह कक्षा आठ उत्तीर्ण करने वाले को भी छात्रवृत्ति मिल सकेगी। लेकिन कक्षा सात, आठ व कक्षा नौ, दस में केवल उसी को छात्रवृत्ति दी जा सकेगी। जो पिछली कक्षा में 70 प्रतिशत उपस्थिती के साथ 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाया हो। इसके साथ ही कक्षा 10 वीं में 80 प्रतिशत अंक लाने वाले सभी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिलेगी। 12 वीं में छात्रवृत्ति का हकदार केवल वहीं होगा जो पिछली यानी 11 वीं कक्षा में 70 प्रतिशत उपस्थिती के साथ ही अंक भी 70 प्रतिशत से अधिक लाया हो । छात्रवृत्ति कक्षा 6 से 12वीं तक क्रमवार 600 से 1200 प्रतिमाह मिलेगी। छात्रवृत्ति में पारिवारिक आय की कोई बंदिश नहीं है।