देहरादून| देहरादून के नगर निगम के वार्डों में विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। बजट के अभाव में 34 करोड़ रुपए से नालियों, सड़कों, पुश्तों आदि का काम होना था जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। जिससे जनता और सभी पार्षद बहुत ही नाराज है। उत्तराखंड में निकाय चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है। नगर निगम के वार्डों में 34 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य शुरू होना था जो हुआ ही नहीं है। जिसकी कवायदा दिसम्बर महीने से चल रही है। सूत्रों के अनुसार बजट के अभाव में नगर निगम टेंडर को जारी नहीं कर पा रहा है। नगर निगम पर कम से कम 70 करोड़ की देनदारी है इसलिए शासन की और से विकास कार्यों के लिए कोई भी मदद नहीं दी जा रही है और नगर निगम मे अभी हालत को देखते हुए बजट खर्च के लिए मना कर दिया है। लोक निर्माण विभाग से अब तक हुए सारे विकास कार्यों की रिपोर्ट ली गई है ताकि ठेकेदारों को पहले पूर्ण हुए काम का भुगतान करेंगे फिर आगे के कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से करेंगे।निरंजनपुर के मिनी झील सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास अक्टूबर 2021 में हो चुका है। पहले चरण का काम कम से कम 12 करोड़ रुपए के बजट से होना है। शासन को डीपीआर बेजी हुई है। बजट के अभाव में काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
कर्मचारियों के वेतन में हुई देरी
नगर निगम के वार्डों में जो नई स्वच्छता समितियों में जो 900 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे है उनका वेतन भुगतान पार्षद खुद करते है लेकिन जनवरी महीने का वेतन सुबह मंगलवार तक भी जारी नहीं हो पाया है। इस बात को लेकर पार्षदों ने नगर निगम पर काफी नाराजगी भी जताई है और धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है। जिसके बाद अब अनुभाग ने वेतन जारी करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।