UTTARAKHAND प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता के बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जिससे राज्य के युवा शिक्षा के जरिये खुद को विभिन्न क्षेत्रों से रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ सकें। चमोली जिले के गैरसैंण में धामी सरकार द्वारा पेश किये बजट में शिक्षा को बेहतर बनाने को लेकर विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओें के साथ साथ ही शिक्षा को आधुनिकीकरण से जोड़कर इसकी गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की दिशा में फोकस किया गया है। साथ ही धन की कमी के कारण शिक्षा से कोई भी गरीब छात्र वंचित न रहे इसके लिए निर्धन छात्रों के लिए बजट में छात्रवृत्ति का प्रबंध किया गया है। इसके लिए चालू वित्त वर्ष के लिए 10,459 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। धामी सरकार ने बजट के माध्यम से नई शिक्षा नीति के तहत विद्यालयी शिक्षा को रोजगारपरक बनाने को लेकर सकारात्मक कदम उठाये हैं। इसके तहत राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में रैंकिंग प्रणाली को शुरू किया जायेगा। इसके साथ ही उच्च स्तरीय शिक्षा को आधुनिक बनाने को लेकर राज्य के सभी राजकीय महाविद्यालयों में 5 जी की सुविधाएं दी जायेंगी। सरकार ने माध्यमिक शिक्षा को भी सुलभ बनाने की दिशा में कदम उठायें हैं जिसकेे तहत प्रदेश में नौवीं से बारहवीं कक्षा के सभी छात्र -छात्राओं को निशुल्क पुस्तकें दी जायेंगी। इसके अलावा दसवीं कक्षा से पहले के पिछड़ी जाति के छात्र, छात्राओं के लिए 3,90 करोड़ निर्धनता छात्रवृत्ति के लिए। साथ ही मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत एनसीसी केडेट्स के लिए 50 हजार रूपये। प्रदेश में माध्यमिक विद्यालय व छात्रावासों के निर्माण को 45 करोड़ रूपये दिये जायेंगे।
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