देहरादून, बीते समय आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के चलते कालिंदी अस्पताल पर कार्यवाही की गयी थी। जिसमे अस्पताल को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। साथ ही जुर्माने की कार्यवाही भी की गयी थी। अस्पताल के करीब 696 क्लेम भी निरस्त कर दिए गए थे। साथ ही आयुष्मान योजना में अस्पताल द्वारा किये गए फर्जीवाड़े को लेकर अस्पताल द्वारा अपने जवाब ने दिए गए तर्क को भी नाकाफी बताते हुए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा खारिच कर दिया गया। जिसके बाद अस्पताल से 1.19 करोड़ वसूले जायेंगे।
आयुष्मान के क्लेम के लिए करवाये थे फर्जी दस्तावेज
आयुष्मान योजना के नाम पर कालिंदी अस्पताल ने एक बढ़ा फर्जीवाड़ा बीते समय में सामने आया था। फ़र्ज़ीवाड़े में अस्पताल की ओर से किये गए क्लेम में उस यूरोलोजिस्ट डाक्टर के हस्ताक्षर पाए गए जिसने अस्पताल में सेवा ही नहीं करी। इसके आलावा अस्पताल में कई ओर तरह की भी गड़बड़िया पाई गयी। जिसमें पाया गया कि, मरीजों को जो एनेस्थसिया डॉक्टरों द्वारा दिया जाता है वह अस्पताल में नर्सो द्वारा दिया गया था। साथ ही कुछ मामलों में अयोग्य नर्सो द्वारा भी एनेस्थेसिया देने का पता चला। जो एक बढ़ी लापरवाही है। अस्पताल की इसी लापरवाही के देखते हुए उसपर जुर्माना लगाने का फैसला लिया गया। हालांकि इस बाबत अस्पताल से जवाब भी माँगा गया। लेकिन जवाब असंतोष होने पर उसकी सूचीबद्धता को ख़त्म कर जुर्माना लगाया गया।