उत्तराखंड, देहरादून : आरटीओ देहरादून पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। आरटीआई एक्टिविस्ट विजयवर्धन डंडरियाल ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि आरटीओ में 5 टिन के सेड का निर्माण फाइलों के रखरखाव के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि जब मेरे द्वारा आरटीआई में पूछा गया कि जो आपने यह निर्माण करवाया है उसमें कितना खर्चा आया है, निर्माण के लिए किस माध्यम से करवाया गया, ठेकेदार से, ई टेंडरिंग से करवाया गया या वर्क आर्डर पर अथवा किसी अखबार पर विज्ञापन निकलवाया गया।
निर्माण लागत की नहीं दी गई सूचना
आरटीआई एक्टिविस्ट ने कहा कि जब इसकी प्रति मांगी गई तब जवाब मिला कि कुछ सामान हमारे पास पड़ा था जबकि कुछ चेक पोस्टो से मंगवाया गया। आईटीआई एक्टिविस्ट ने कहा कि क्योंकि यह टिन सेड नये हैं और अगर इसको चेक पोस्टों से निकाल कर लाया गया और उन पोस्टों पर प्लाईवुड से निर्माण कर 19 लाख की बंदर बांट हुई है तो उसपर जांच बैठनी चाहिए। इसके अलावा मेरे द्वारा जब इसके निर्माण लागत मांगी गई तो आरटीआई में जवाब दिया गया इसकी सूचना शून्य है तब ऐसे में क्या आश्चर्यजनक तरीके से टिन सेड निर्माण स्वयं ही हो गए। यह एक बड़ा सवाल उठता है? और मेरे द्वारा मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि इसकी सचिव स्तर पर जांच बिठाई जाए, जिससे कि इस तरह के बेलगाम अधिकारी पर लगाम लगाई जा सके। इसके अलावा जब तक जांच चलती है तब तक इन्हें अपने पद से अवकाश दिया जाए।